Relationship Advice: रिश्ता तब तक चलते रहते हैं, जब तक हम उन्हें बनाए रखना चाहते हैं। जब किसी से गहरे प्यार में होते हैं, तो हमें उसे खोने का डर हमेशा लगा रहता है। लेकिन जब रिश्ता मुश्किल में आता है, तो इसे मजबूती से संभालना होता है। छोटी बातों पर लड़ाई, रूठना-मनाना और अनबन के बीच भी आगे बढ़ना ज़रूरी होता है। लेकिन कई बार छोटी बातों को बड़ा बना देना रिश्ते को दूर ले जाता है, जो सही नहीं है। जब हम रिश्ता छोड़ने की सोचते हैं, तो हमें एक लास्ट चांस देना चाहिए, क्योंकि प्यार समस्या को हल कर सकता है। इसलिए, अगर आप रिश्ते में उलझे हैं, तो इन चीजों को आजमाएं। कौन जानता है? क्या पता यह आपके रिश्ते को फिर से मजबूत बना सकता है।
रिश्ता खत्म करने से पहले करें ये चीजे, शायद बढ़े नजदीकियां
सुधार की संभावना
सबसे पहले यह सोचें कि क्या वाकई रिश्ते में सुधार की संभावना है। टकराव तो रिश्तों में आम बात है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि ब्रेकअप ही आखरी रास्ता हो। सभी पहलू को समझकर सही डिसिजन लेना चाहिए, अगर आपकी एक कोशिश से भी समस्या हल हो सकती है तो उसे जरूर ट्राई करें।
खुद को समझें
आपको अपने रिश्तों में क्या अच्छा लगता है और क्या नहीं, यह आप ही बेहतर जानते हैं। इसलिए अपने मन की बात सुनकर यह तय करें कि आपका यह रिश्ता आपके लिए कितना ज़रूरी है। अगर कल को आपका पार्टनर आपसे अलग हो जाए, तो आप अपने आप को कैसे संभालेंगे और इससे आपकी जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह आप ही जान पाएंगे।
बात चीत है हल
हर मुश्किल का समाधान बातचीत से हो सकता है, यह सभी जानते हैं। अगर रिश्ता टूटता जा रहा हो, तो उसे सुलझाने के लिए बातचीत पर जोर दें। एक-दूसरे के साथ समझौते करें और समस्याओं का समाधान निकालें। जानिए कि आपका पार्टनर क्या चाहता है और वह किस बात की परेशानी महसूस कर रहा है। इस प्रकार, आप एक-दूसरे को समझा सकते हैं और हेल्प कर सकते हैं।
आपके एफर्ट्स
अक्सर रिश्तों में दरार की वजह बड़े मामलों में नहीं, बल्कि छोटी गलतियां भी होती हैं। क्योंकि सुख छोटी बातों में छिपा होता है। इसलिए, आपको पार्टनर की इच्छाओं को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए। समझदारी से आपस में समझौता करके खुशहाल रिश्ता बनाए रखने की कोशिश करें।
नेगेटिव चीजों को इग्नोर
रिश्तों में कमजोरी के पीछे अक्सर नेगेटिव नज़रिया होता है, हम अक्सर केवल गलतियों पर ध्यान देते हैं और अच्छाई को नजरअंदाज़ कर देते हैं। ऐसा होने से, नेगेटिविटी इतनी अधिक हो जाती है कि सब कुछ अच्छा भी बुरा लगता है। इसलिए, हमें अच्छी बातों को भी समझने और अपने पार्टनर की हर बात को महत्व देना चाहिए।