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Photograph: (File Image )
कई लोग सोचते हैं कि एक अच्छा पार्टनर वो होता है जो बिना कुछ कहे सब कुछ समझ जाए। लेकिन असल ज़िंदगी में ऐसा practical नहीं होता। अगर आप अपने मन की बातें, अपनी ज़रूरतें और फीलिंग्स अपने पार्टनर से शेयर नहीं करेंगे, तो वो कैसे जानेगा कि आप क्या सोच रहे हैं। बहुत बार लोग बातचीत को हल्के में लेते हैं। उन्हें लगता है कि प्यार तो है, अब सब अपने-आप ठीक रहेगा लेकिन बिना बातचीत के कोई भी रिश्ता धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है। चलिए जानते हैं कि रिश्ते में खुलकर बात क्यों करनी चाहिए-
रिश्ते में खुलकर बातचीत करना क्यों जरूरी होता है?
भरोसा मजबूत होता है
जब आप अपने पार्टनर से खुलकर बात करते हैं, तो आपके रिश्ते में भरोसा पैदा होता है। हर छोटी-बड़ी चीज़ पर बातचीत करने से रिश्ता मजबूत होता है क्योंकि उसमें ईमानदारी और पारदर्शिता आती है। धीरे-धीरे आपके मन के डाउट्स कम हो जाते हैं और जो छोटी-छोटी insecurities होती हैं, वो भी दूर होने लगती हैं।
गलतफहमी से बचेंगे
रिश्ते में कभी-कभी confusion या बहस होना बहुत नॉर्मल है, लेकिन जब आप बातें करने से बचते हैं, तो मन में सवाल और धारणाएं बनने लगती हैं और वहीं से misunderstandings शुरू हो जाती हैं। ये छोटी बातें धीरे-धीरे इतनी बड़ी बन जाती हैं कि रिश्ते में दूरियां आ सकती हैं। इसलिए जरूरी है कि बातचीत को प्राथमिकता दें।
सेफ स्पेस
बातचीत से एक ऐसा सेफ स्पेस बनता है, जहां आप बिना जज हुए अपनी हर फीलिंग शेयर कर सकते हैं। डर नहीं रहता, मन हल्का होता है और आप खुद को अकेला महसूस नहीं करते।
रिश्ते में बराबरी
जब कोई आपको ध्यान से सुनता है, आपके जज़्बात को समझता है, और उस पर रिस्पॉन्स भी देता है तो आपको रिश्ते में बराबरी महसूस होती है। ऐसा लगता है कि आप सिर्फ कोई “partner” नहीं, बल्कि उस रिश्ते का बराबरी का हिस्सा हैं।
रिश्ते में सुना जाना, समझा जाना और महसूस किया जाना यही असली प्यार की बुनियाद है। इसलिए, हर रिश्ता जहां बातचीत खुलकर होती है वो ज़्यादा मजबूत, स्वस्थ और सच्चा होता है।