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ब्रेकअप के बाद कभी न कभी हम में से कई लोगों ने पुराने मैच या एक्स को टेक्स्ट करने की गलती की है। लेकिन अब ये 'गलती' नहीं बल्कि एक नया चलन बनता जा रहा है, जिसे लोग Nostalgia Matching कह रहे हैं। हाल ही में एक ऑनलाइन डेटिंग सर्वे में यह सामने आया कि हर 7 में से 2 लोग ऐसे हैं जिन्होंने पुराने मैच से दोबारा कनेक्ट किया। इसका कारण सिर्फ अकेलापन नहीं बल्कि उस रिश्ते से जुड़ी पुरानी यादें, अधूरी बातें और जानी-पहचानी फीलिंग्स हैं।
Nostalgia Matching: क्यों पुराने रिश्तों को दोबारा मौका दे रहे हैं युवा?
क्या कहते हैं नए दौर के डेटर्स?
18 से 30 साल के युवाओं के बीच किए गए इस सर्वे में देश के अलग-अलग हिस्सों मेट्रो सिटीज़, कस्बों और ग्रामीण इलाकों से लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें IT, हेल्थकेयर, एजुकेशन, मार्केटिंग, क्रिएटिव फील्ड्स और स्टूडेंट्स भी शामिल थे। नतीजे ये बताते हैं कि प्यार अब सीधी रेखा में नहीं चलता, ये एक सर्कल की तरह है जहां लोग वहीं वापस आ रहे हैं जहां से कभी शुरू किया था।
QuackQuack के फाउंडर और CEO रवि मित्तल ने कहा, "लोगों को आमतौर पर जान-पहचान वाली बातों की चाह होती है, और पुराने मैच से जुड़ने पर उन्हें वही आराम और सुरक्षा महसूस होती है, भले ही पहले सब कुछ सही नहीं रहा हो। डेटिंग अब सीधी रेखा नहीं रह गई है, बल्कि एक पूरा सर्कल बन गई है। कई लोग पुराने मैच को रिबाउंड की तरह नहीं बल्कि किसी खास रिश्ते को फिर से समझने और मौका देने के लिए दोबारा जोड़ रहे हैं।"
अधूरी कहानियां फिर से जिंदा हो रही हैं
27% लोगों ने बताया कि वे ऐसे कनेक्शन पर वापस लौटे जहां कुछ खत्म नहीं हुआ था, बस वक्त या हालात साथ नहीं थे। न तो कोई गॉस्टिंग थी, न ब्रेकअप। सिर्फ लाइफ की आपाधापी में दो लोग दूर हो गए। लेकिन जब दोबारा उस प्रोफाइल पर नजर पड़ी, तो दिल पुराने जज्बातों में डूब गया।
हरियाणा के 26 वर्षीय कंटेंट स्ट्रैटजिस्ट मनीष ने बताया, “जब मैंने उसका प्रोफाइल देखा, तो जैसे कोई पुराना पन्ना फिर से खुल गया। फौरन कनेक्ट कर लिया।”
पुराना मैच, नई बातचीत: No More Small Talk
एक दिलचस्प ट्रेंड ये भी सामने आया कि पुराने मैच से दोबारा जुड़ने पर लंबी बातचीत होती है। 25 से 30 की उम्र की 3 में से 2 महिलाएं मानती हैं कि एक्स मैच से बात शुरू करने में कोई अजनबियत नहीं होती। न दोबारा 'पसंदीदा रंग क्या है?' जैसे सवाल पूछने की जरूरत, न awkward silence का डर सीधा मतलब की बात।
डेटिंग डेटा ये भी दिखाता है कि ऐसे nostalgia chats, नए मैच की तुलना में दोगुना लंबी चलती हैं।
GenZ और Romantic Recycling का नया दौर
Gen Z सिर्फ कपड़े, आइडियाज और म्यूज़िक ही नहीं, अब रिलेशनशिप्स भी रिसायकल कर रही है। 25 साल से कम उम्र के 4 में से 6 युवा खुले मन से पुराने कनेक्शन को एक और मौका देने को तैयार हैं। लेकिन 27 से ऊपर के लोग थोड़े रिज़र्व दिखे—उन्हें 'क्लीन स्लेट' वाली सोच ज़्यादा पसंद है।
एक 28 वर्षीय पेशेवर पियूष ने कहा, "मैं भी पुराने किसी रिश्ते को दोबारा देखना चाहूंगा, लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर फिर गलती दोहराने की गुंजाइश कम होती है।"
सही टाइमिंग, सही कनेक्शन
कई बार कोई रिश्ता सिर्फ इसलिए नहीं चल पाता क्योंकि वक्त सही नहीं था। लेकिन वक्त बदलता है, लोग बदलते हैं, और सोच भी। यही वजह है कि 17% से ज्यादा GenZ डेटर्स मानते हैं कि किसी पुराने मैच को आज दोबारा आज़माना एक बेहतर विचार हो सकता है।
24 वर्षीय पूजा त्रिवेदी ने बताया, “शायद उस वक्त सही समय नहीं था, लेकिन आज हो सकता है। मुझे लगता है टाइमिंग ही नॉस्टैल्जिया मैचिंग का सबसे बड़ा कारण है।”