Child Mental Health : मॉडर्न सोसाइटी में कामकाजी महिलाओं से अक्सर कहा जाता है कि जल्दी से बच्चा कर लो, ये तो ख़ुद ही पल जाते हैं। लेकिन हम यह भूल जाते हैं कि बच्चे की अच्छी मेंटल ग्रोथ के लिए उसे दोनों पैरेंट्स का प्यार मिलना ज़रूरी होता है। चाइल्ड मेंटल हेल्थ हमारी सोसाइटी में हमेशा ही से अंडररेटेड मैटर रहा है। जब बच्चा शुरू से मेंटली स्ट्रॉंग होगा तभी वह ज़िंदगी में आने वाली बड़ी मुश्किलों का सामना डटकर कर सकेगा।
Parenting Tips: कैसे बनाएँ बच्चों की मेंटल हेल्थ स्ट्रॉंग
1. आप अपनी मेंटल हेल्थ का रखें ध्यान
याद रखें कि हमारे बच्चे ज़िंदगी जीने का ढंग हमें देखकर सीखते हैं। जिस तरीक़े से आप अपनी स्ट्रेसफुल सिचुएशन को हैंडल करेंगे, आपके बच्चे आपको नोटिस करेंगे और आगे चल कर वैसे ही स्ट्रेस हैंडल कर पाएँगे।
2. अपने प्रति बच्चों का विश्वास बनाए रखें
अपने बच्चों की ज़रूरतों को समझें और उन ज़रूरतों का पूरा ध्यान भी रखें। समझें कि कब उन्हें आपकी ज़रूरत है। उनकी भूख, प्यास, डर, दुख आदि को समझने की कोशिश करने के साथ जो आप कहते हैं उसे समय पर पूरा भी करें। ऐसे आपके बच्चे आप पर पूरी तरह से विश्वास कर पाएंगे।
3. सिखाएं उन्हें स्ट्रेस मैनेजमेंट
अपने बच्चों को शुरू से ही छोटे-छोटे स्ट्रेस को मैनेज करना ज़रूर सिखाएँ। इससे वे अपनी आगे की ज़िंदगी में आने वाले बड़े स्ट्रेस को ईज़ली मैनेज कर पाएँगे। इस तरह बच्चे ऐंक्साइटी और डिप्रेशन से दूर और मेंटली स्वस्थ रहेंगे।
4. हेल्थी हैबिट्स सिखाएँ उन्हें
अगर आप अपने बच्चों को रात को जल्दी सोना, सुबह जल्दी उठना, एक्सरसाइज़ करना, समय पर और हेल्थी खाना, पानी ज़्यादा पीना, मेडिटेशन आदि जैसी अच्छी आदतें सिखाएंगे तो तन के साथ-साथ मन भी स्वस्थ रहेगा। इसके इलावा डिसिप्लिन सीखेंगे तोअपना हर काम समय पर कर पाएंगे और फ़ालतू की स्ट्रेस से बचेंगे।
5. उनके लिए, उनके साथ
अपने बच्चों की अच्छी मेंटल हेल्थ के लिए उनके साथ मिलकर एक्टिविटीज़ करें, जैसे कि खेलना-कूदना, घर की साफ़ सफ़ाई वगेरा। इससे एक तो आपको बच्चों के साथ भरपूर टाइम बिताने मिलेगा, दूसरा बच्चे एक्टिविटी के चलते बातों ही बातों में आपके साथ कई चीज़ें शेयर भी कर पाएंगे जिससे वे ओवरथिंकिंग और डिप्रेशन जैसी चीज़ों से बचेंगे। इससे उनकी मेंटल हेल्थ इम्प्रूव और स्ट्रॉंग होगी।
इसके अलावा अपने बच्चे की रोज़ की गतिविधियों पर पूरा ध्यान दें, उनसे बातचीत करते रहें और उनके दोस्तों को भी जानें। इससे आपको उनकी मेंटल हेल्थ की पूरी जानकारी भी मिलती रहेगी और आप समय रहते उनकी मदद कर पाएंगे।