How To Teach Your Child In The Beginning Phase: बच्चा जब थोड़ा बड़ा होता है तभी से हम उन्हें पढ़ाना शुरू कर देते हैं। जब वह छोटे होते हैं उन्हें सब कुछ सिखाना पड़ता है। पर बच्चों को पढ़ाना हमें थोड़ा कठिन लगता है। पर कुछ ऐसे तरीके हैं जिससे आप आसानी से उन्हें पढ़ा सकते हैं।
कैसे पढ़ाएं बच्चों को शिक्षा के शरुआत में
1. चीजे याद रखना सिखाएं
बच्चे पहले ही लिख नहीं सकते हैं। लिखना उनके लिए थोड़ा मुश्किल है। इसीलिए आप उन्हें पहले चीजों को याद रखना सिखाइए। मतलब उन्हें कुछ कविता पढ़ कर सुनाइए और उन्हें अपने साथ बोलने के लिए बोले और धीरे-धीरे देखेंगे कि वह उसे कविता को याद रख रहे हैं। इससे उनकी याद रखने का क्षमता बढ़ जाएगी।
2. पहचानना सिखाइए
बच्चों को कुछ छवि दिखाइए, जैसे कि शेर की छवि, पंछी की छवि, बंदर की छवि, फलों की छवि और उन से पूछिए कि इनका नाम क्या है। इससे वह जल्दी चीजों को पहचानना सीखेंगे।
3. लिखना
जब आप बच्चों को अक्षर सिखा रहे हैं तो पहले ही वह उन्हें लिख नहीं सकते। इसीलिए आप पहले कुछ अक्षर नोटबुक पर लिख दीजिए और उनसे कहिए कि उनके ऊपर ही लिखने की कोशिश करें। इससे उनको लिखने में सहायता होगी और वह सीख जाएंगे अक्षरों को कैसे लिखा जाता है। और वह धीरे-धीरे अकेले ही लिख सकेंगे।
4. पढ़ाना
जब वह लिखना सीख जाते हैं उसके बाद आता है पढ़ना। आप उन्हें पहले छोटे-छोटे अक्षरों को पढ़ाना सिखाइए उसके बाद याद ही उन्हें कोई छोटी-छोटी कहानी पढ़ना सिखाएं। वह पहले पढ़ने के समय गलती करेंगे तो उनसे कहिए कि एक ही लाइन को बार-बार पढ़ें।
5. पढ़ाई को याद रखना
बच्चे बहुत ही चंचल होते हैं। कुछ कम बच्चे ही बचपन से पढ़ाई को बहुत ही मनोयोग से करते हैं। इसका मतलब यह नहीं कि चंचल बच्चे कभी पढ़ाई नहीं कर सकते। बच्चे चंचल होने के कारण चीजों को भूल जाते हैं। उनको अपना पढ़ाई याद रखवाने के लिए आप उन्हें जब भी वह कुछ पढ़ें उस चीज को लिखने के लिए बोलें इससे उनको वह चीज याद रहेगी।
प्रतिस्थानिक शिक्षा के साथ-साथ हमें उन्हें कुछ आदर्श भी सिखाना चाहिए। उन्हें सिखाना चाहिए कि कैसे बड़ों को सम्मान करना चाहिए, सभी जानवरों को प्यार करना चाहिए। उन्हें अपने आप को साफ रखना भी सीखना चाहिए, जैसी कि खाने से पहले हाथ धोना, खेलने के बाद अच्छे से हाथ पैर धो लेने जैसी कुछ हाइजीनिक बातें।