Know The Benefits Of No Yelling Parenting: हर माता-पिता अपने बच्चों का पालन-पोषण बेहतरीन तरीके से करना चाहते हैं। लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसी गलतियाँ हो जाती हैं जो बच्चों के मन पर बहुत ही बुरा असर डालती हैं। अक्सर माता-पिता अपने बच्चों को समझाने या डाटने के लिए चिल्लाकर बात करते हैं जो कि उनके बच्चे के मन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आज कल के समय में लोग बच्चों की पेरेंटिंग के लिए नो येलिंग टेक्नीक अपना रहे हैं। जो कि बच्चे से बिना चिल्ला या ज्यादा गुस्सा दिखाए उनसे बात करने की बेहतर टेक्नीक है। इससे पेरेंट्स और बच्चों के बीच एक अच्छी बांड बनती है और उनका रिश्ता बेहतर होता है। आइये जानते हैं No Yelling Parenting के कुछ फायदे।
ये हैं No Yelling Parenting के फायदे
1. माता-पिता और बच्चे के बीच रिश्ता मजबूत होता है
चिल्लाने और सज़ा देने के बजाय कम्युनिकेशन और अंडरस्टैंडिंग का उपयोग करके माता-पिता अपने बच्चों के साथ मजबूत बांड बना सकते हैं। ऐसे में बच्चों को सुरक्षा, प्यार और सम्मान महसूस होने की संभावना ज्यादा होती है, जिससे माता-पिता-बच्चे का रिश्ता ज्यादा मजबूत होता है।
2. कम्युनिकेशन अच्छा होता है
जिस पेरेंटिंग में माता-पिता अपने बच्चों पर चिल्लाते हैं वहां वो अपने बच्चों के साथ ओपन और सम्मानपूर्वक कम्युनिकेशन करने के लिए प्रोत्साहित नहीं हो पाते हैं। No Yelling Parenting से बच्चों को इससे बच्चों को बेहतर कम्युनिकेशन विकसित करना, अपनी फीलिंग्स को शेयर करना सीखने में मदद मिलती है।
3. बच्चों में समझने की शक्ति बढती है
जो माता-पिता चिल्लाकर पालन-पोषण नहीं करते हैं वे अपने बच्चों को गंभीर रूप से सोचने और समस्याओं को समझने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इससे बच्चों को महत्वपूर्ण लाइफ स्किल विकसित करने में मदद मिलती है।
4. चिंता और तनाव में कमी आती है
चिल्लाने और सज़ा देने से बच्चों में चिंता और तनाव पैदा होता है। माता-पिता द्वारा चिल्लाकर पालन-पोषण न करने से सज़ा का डर कम हो जाता है, जिससे अधिक आरामदायक और सुरक्षित वातावरण मिलता है जहाँ बच्चे बिना किसी डर के अपनी बात रख सकते हैं।
5. सम्मानजनक अनुशासन रहता है
जहां पेरेंट्स चिल्लाने की जगह अन्य दंडात्मक उपायों के विकल्पों का इस्तेमाल करते हैं। वहां बच्चों को इस प्रकार का अनुशासन अपनी गरिमा और आत्म-सम्मान बनाए रखते हुए अपनी गलतियों से सीखने में मदद करता है।