Parent Should Know The Differentiate Between Love And Obsession: किसी भी चीज को ओवर कर देना उस चीज को लेकर एक नेगेटिव पर्सपेक्टिव लेकर आ जाता है इस तरीके से आज हम इस आर्टिकल में जानेंगे कि प्यार और ऑब्सेशन के बीच में ऐसा कौन सा फर्क है जो पेरेंट्स को जानना बहुत जरूरी है
प्यार और ऑब्सेशन के बीच का अंतर पेरेंट्स को जानना है जरूरी
अपने बच्चों से बहुत प्यार होता है पर प्यार और ऑब्सेशन के बीच में क्या फर्क होता है बहुत बार उनको पता नहीं चलता है जो आगे चलकर एक समस्या का कारण बन सकता है क्योंकि ऑब्सेशन एक ऐसे नेगेटिविटी के रूप में बदलने लगता है जो बच्चों को भी अच्छा नहीं लगता है इसलिए इस चीज के बारे में पेरेंट्स को जानना बहुत ज्यादा जरूरी है जो आज हम इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि प्यार और ऑब्सेशन के बीच का ऐसा कौन सा अंतर होता है जो सभी पेरेंट्स को जानना आवश्यक है
ओवर कंट्रोल करना
कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चों को वह काम करने से रोकते हैं जिस में कोई भी हानि होती है पर ऑबसेस्ड पेरेंट्स हमेशा उन चीजों को अपने बच्चों को करने से रोकते हैं जिन कामों में उन्हें लगता है कि कार्य टफ है, क्योंकि वे अपने बच्चों को बहुत कोमल समझते हैं और वह नहीं चाहते कि उनके बच्चों को किसी भी तरीके की कोई तकलीफ हो और यही एक रीजन है कि बहुत से बच्चों को आउट ऑफ द बॉक्स जाकर काम करना ही नहीं आता
अनरियलिस्टिक एक्सपेक्टेशन
हर एक पेरेंट्स के अपने बच्चों को लेकर एक्सपेक्टेशन होती है के आगे चलकर उनके बच्चे उनकी मदद करेंगे और एक बेटा फ्यूचर बनाएंगे पर ऑबसेस्ड पेरेंट्स अपने बच्चों से अनलाइलिस्टिक एक्सपेक्टेशन रखते हैं जिसमें उन्हें पता होता है कि उनके बच्चे दूसरे कामों को लेकर ज्यादा एक्साइटेड है पर वह फिर भी अपने एक्सपेक्टेशन को अपने बच्चों को देते हैं जो आगे चलकर बच्चों के फ्यूचर को लेकर एक कंसर्न बन सकता है
सोशल रिलेशनशिप्स में फर्क पड़ना
बहुत बार पेरेंट्स कि कुछ ऐसी आदतें होते हैं जिस वजह से बच्चे उनसे दूरी बना लेते हैं मुझे बहुत बार पेरेंट्स को ओवर कंट्रोल करना, अनरीलास्टिक एक्सपेक्टशंस रखना बच्चों को पसंद नहीं आता और वह इस चीज को नेगेटिव तौर पर लेते हैं यह बेकार करने के पेरेंट्स को प्यार और ऑब्सेशन के बीच की बाउंड्री का पता होना बहुत ज्यादा जरूरी है जिससे पेरेंट्स और बच्चों के बीच में कोई भी दरार ना है
ज्यादा चीज एक्सप्लोर ना करना
बच्चों को हमेशा ज्यादा कोमल समझ कर किसी भी चीज को एक्सप्लोर न करने देना बच्चों के लिए समस्या का कारण बन जाता है और यह शुरुआत से पेरेंट्स को समझ में बहुत ज्यादा जरूरी है जिसे वह बच्चों को हर एक चीज में मना ना करें
एंजायटी एंड स्ट्रेस
बचपन से ही बच्चों को अत्यधिक कोमल और नाजुक समझने की वजह से हर एक चीज से रोकना बच्चों को कोई भी चीज एक्सप्लोर नहीं करने देता जिस वजह से आगे चलकर बच्चों के लिए बहुत ज्यादा मुश्किल पड़ जाती हैं इसलिए एक लिमिट तो बच्चों का ध्यान रखना बहुत ज्यादा जरूरी है पर हर एक चीज को ओवर करना बहुत नुकसान की बात हो सकती है