Questions For Parents To Ask During PTM: पीटीएम के माध्यम से माता- पित अपने बच्चों के साथ अच्छे संबंध बना सकते हैं। यह एक महत्वपूर्ण मौका होता है जब माता- पिता और शिक्षक मिलकर बच्चे की प्रगति की चर्चा करते हैं, जिससे बच्चे की जरूरतें और इच्छाएं समझने में मदद मिलती है। इसके अलावा माता- पिता और शिक्षक बच्चे की शिक्षा और विकास में सहयोग करने के लिए मिलकर काम करते हैं, जिससे बच्चे के लिए अधिक सपोर्ट और मोटिवेशन का एहसास होता है। इससे बच्चे भी अपने माता- पिता के साथ अधिक खुलकर बात कर पातें हैं।
PTM में पूछें ये 5 ज़रूरी सवाल, मिलेगी बच्चों की प्रोग्रेस रिपोर्ट
1. बच्चे का स्कूल में व्यवहार कैसा है?
पीटीएम में हिस्सा लेने से पेरेंट्स को अपने बच्चे के व्यवहार के बारे में अधिक जानकारी मिल सकती है। वह शिक्षक से बच्चे के व्यवहार के बारे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इससे पेरेंट्स को बच्चे की स्कूल में कैसे बदलाव करने की आवश्यकता है, इसका पता चलता है। यह एक महत्वपूर्ण माध्यम हो सकता है जो पेरेंट्स को उनके बच्चों के शिक्षा में सहयोग करने में मदद कर सकता है।
2. क्या बच्चा क्लास डिस्कशन में हिस्सा लेता है?
पीटीएम में हिस्सा लेने से पेरेंट्स को बच्चे के क्लास डिस्कशन में भाग लेने की जानकारी मिल सकती है। इसमें वे यह जान सकते हैं कि उनका बच्चा कक्षा में कितना एक्टिव है, क्या वह पाठों में भाग लेता है और क्या उसका सोशल इंटरेक्शन प्रभावी है। यदि पेरेंट्स को लगता है कि उनका बच्चा कक्षा में पार्टिसिपेट नहीं कर रहा है, तो वह इस बारे में शिक्षक से चर्चा कर सकते हैं और समस्या का समाधान ढूंढ सकते हैं।
3. बच्चा किस सब्जेक्ट में अच्छा है?
पीटीएम में हिस्सा लेने से पेरेंट्स को बच्चे की रुचि के बारे में अधिक जानकारी मिल सकती है। वे यह जान सकते हैं कि उनका बच्चा किस-किस विषय में रुचि रखता है और किन विषयों में उसका दिलचस्पी है। इससे वे उसकी शिक्षा में सहायता कर सकते हैं और उसे अपनी पसंद के विषयों में आगे बढ़ने में मदद कर सकते हैं।
4. क्या बच्चा अपनी परेशानी बताता है?
पीटीएम में हिस्सा लेने से पेरेंट्स को बच्चे की प्रॉब्लम के बारे में जानकारी मिल सकती है कि वह अपनी प्रॉब्लम को शिक्षक के साथ शेयर करता है या नहीं। यह बच्चे की व्यक्तित्व पर निर्भर करता है। कुछ बच्चे अपनी प्रॉब्लम को बांटने में हिचकिचाते हैं, जबकि दूसरे बच्चे खुलकर अपनी बातें शेयर करते हैं। पीटीएम में पेरेंट्स शिक्षक से बच्चे की प्रॉब्लम के बारे में बातचीत कर सकते हैं और उनके लिए सहायक के रूप में काम कर सकते हैं।
5. एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में पार्टिसिपेट करता है या नहीं?
पीटीएम में हिस्सा लेने से पेरेंट्स को बच्चे के एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज़ में भाग लेने के बारे में जानकारी मिल सकती है। यह उन्हें यह जानने में मदद कर सकता है कि उनका बच्चा किस तरह की एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज़ में रुचि रखता है और कितना एक्टिव है। अगर पेरेंट्स को लगता है कि उनका बच्चा इन कार्यक्रमों में पार्टिसिपेट नहीं कर रहा है, तो वह उनसे इस बारे में बात कर सकते हैं और बच्चे को मोटीवेट कर सकते हैं नए और अलग- अलग कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए।