महिलाओं के प्रति बचपन से ही लड़कों को सिखाये ये बातें

पेरेंटिंग : महिलाओं को लेकर समाज में जो भी स्टीरियोटाइप चलते आ रहे हैं इन्हें रोकने में बहुत समय लगेगा पर इसकी शुरुआत हमें अपने घर से करना चाहिए जो हम आज आपको इस आर्टिकल में बताएंगे

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B LIPSA RAGHUNATH
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(image credit - Parents)

TeachThese Things About Women To Your Boy :  महिलाओं को लेकर समाज में जो भी स्टीरियोटाइप चलते आ रहे हैं इन्हें रोकने में बहुत समय लगेगा पर इसकी शुरुआत हमें अपने घर से करना चाहिए जो हम आज आपको इस आर्टिकल में बताएंगे।

महिलाओं के प्रति बचपन से ही लड़कों को सिखाये ये बातें

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सभी पेरेंट्स अपने बच्चों को बचपन से ही पढ़ाई से लेकर खेलकूद में माहिर करना चाहते हैं पर उन्हें सब चीजों के साथ उन्हें कुछ ऐसी इंपॉर्टेंट सिख भी देना जरूरी है जो उम्र भर उन के साथ रहे जैसे बचपन से ही अपने लड़कों को महिलाओं के प्रति किया जाने वाला व्यवहार और सपोर्ट के बारे में बताना चाहिए जिसके बारे में आज हम इस आर्टिकल में बताएंगे की कैसे महिलाओं के प्रति बचपन से ही हम घर के लड़कों को कुछ खास पॉइंट बता सकते हैं।

कम्युनिकेशन

अपने बच्चों से ओपन और ऑनेस्ट कम्युनिकेशन करें जिससे आप उन्हें जागरूकता की ओर इनकरेज कर सके उनमें सुनने की एबिलिटी को अच्छा करें जिससे वह महिलाओं के पर्सपेक्टिव, फिलिंग्स और थॉट्स को भी जाने वरना केवल अपनी बात सुनकर दूसरों को अनसुना कर देना बहुत गलत माना जाता है यह चीज सामने वाले को भी डिजरिस्पेक्टफुल लगती है, इसलिए सबसे जरूरी है कि आप अपने बच्चों को एक कम्युनिकेशन स्किल सिखाएं और एक गुड लिस्नर बनाएं अरुण शेख ओपन डिस्कशन करें जिसमें वह अपना पर्सपेक्टिव भी आपको बता पाए।

रिस्पेक्ट

बच्चों को रिस्पेक्ट और डिसिप्लिन के बारे में बताना बहुत ज्यादा जरूरी है, यहां रिस्पेक्ट केवल महिलाओं के पर्सपेक्टिव से ही नहीं सारे जेंडर के लिए कहा जा रहा है, क्योंकि समाज में हर चीजों का अधिकार, अपॉर्चुनिटी, रिस्पेक्ट और राइट्स सारे जेंडर को मिलनी चाहिए इसलिए बच्चों को डिसिप्लिन और रिस्पेक्ट के बारे में जरूर बताएं और यह भी बताएं कि रिस्पेक्ट सारी जेंडर का करना चाहिए।

इक्वलिटी

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बच्चों को इक्वलिटी के बारे में जरूर बताएं की कोई भी जेंडर बड़ा या छोटा नहीं है सभी को समाज में से अपॉर्चुनिटी और रिस्पेक्ट मिलना चाहिए और वह सारे अधिकार मिलने चाहिए जो वह डिजर्व करते हैं, घर में भी बहुत बार ऐसा होता है कि अनजाने में ही लड़का और लड़की के बीच में भेदभाव हो जाता है जैसी लड़की का किचन में काम करना, लड़कों को साथ में काम ना करना और बहुत कुछ इसीलिए कोशिश करें कि घर में भी इक्वलिटी से काम कारण.

इंडिपेंडेंस

बच्चों को इंडिपेंडेंसी के बारे में बताएं की कैसे उन्हें महिलाओं को सपोर्ट करना चाहिए उन्हें एक ऐसा एनवायरमेंट प्रोवाइड करना चाहिए जिसमें वह कंफर्टेबल महसूस करें, फ्री महसूस करें और वह सारे गोल् को अचीव कर पाए जो अचीव करना चाहते हैं इसलिए उन्हें यह बताएं कि कोई भी जेंडर समाज में पीछे नहीं रहना चाहिए सभी को अपने सपनों को पूरा करने का पूरा हक मिलना चाहिए।

स्टीरियोटाइप

समाज में सबके मन में एक स्टीरियोटाइप क्रिएट कर दिया गया है जिसमें पूरा इंस्ट्रक्शन दिया गया है कि महिलाओं को कौन से कार्य करने चाहिए और और कौन से कार्य नहीं करने चाहिए, किस तरह से बात करना चाहिए, किस तरह से बैठना चाहिए यहां तक की पीरियड्स को लेकर बहुत सारी चीज भी सबके बीच में डिस्कस नहीं करी जाती है इसलिए उन्हें इन सारी चीजों के बारे में बताएं जिससे बाद में चलकर उनके मन में महिलाओं के प्रति कोई डाउट ना रहे।

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