These Mistakes Can Make Your Children Timid: बच्चे डरपोक पैदा नहीं होते हैं लेकिन हर बच्चा कभी न कभी डरता है और यह एक सामान्य भावना है, जो हर बच्चे में होती है। लेकिन अगर बच्चे को हर डर से बचाया जाता है, तो वह डरना ही सीख जाता है। ऐसा ही कुछ होता है अगर बच्चे को हर समय ताना मारा जाता है, या अगर उसे हमेशा नियंत्रित किया जाता है। इन सभी गलतियों से बच्चे का आत्मविश्वास कम होता है, और वह डरपोक बन सकता है।
ये गलतियां आपके बच्चो को बना सकती है डरपोक
1.बच्चे को हर डर से बचाना
अगर आप अपने बच्चे को हर डर से बचाते हैं, तो वह डरना ही सीख जाएगा। उसे यह विश्वास हो जाएगा कि वह हर चुनौती का सामना नहीं कर सकता है। इसलिए, जब भी आपका बच्चा किसी चीज़ से डरता है, तो उसे समझने की कोशिश करें। उसे बताएं कि उसका डर जायज है, लेकिन उसे उस डर से लड़ना चाहिए।
2.बच्चे को हमेशा ताना मारना
जब आप अपने बच्चे को हमेशा ताना मारते हैं, तो उसे लगता है कि वह अच्छा नहीं है। इससे उसका आत्मविश्वास कम होता है, और वह डरपोक बन सकता है। इसलिए, अपने बच्चे की तारीफ करें, भले ही वह छोटी सी भी बात हो। इससे उसे अच्छा महसूस होगा, और उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
3.बच्चे को हमेशा नियंत्रित करना
जब आप अपने बच्चे को हमेशा नियंत्रित करते हैं, तो उसे लगता है कि वह स्वतंत्र नहीं है। इससे वह डरपोक बन सकता है, क्योंकि उसे लगता है कि वह किसी भी चुनौती का सामना नहीं कर सकता है। इसलिए, अपने बच्चे को कुछ स्वतंत्रता दें। उसे अपनी गलतियाँ करने दें, ताकि वह उनसे सीख सके।
4.बच्चे को हमेशा दूसरों से तुलना करना
जब आप अपने बच्चे को हमेशा दूसरों से तुलना करते हैं, तो उसे लगता है कि वह दूसरों से कम है। इससे उसका आत्मविश्वास कम होता है, और वह डरपोक बन सकता है। इसलिए, अपने बच्चे को उसकी अपनी क्षमताओं के अनुसार समझें। उसे दूसरों से तुलना करने से बचें।
5.बच्चे को हमेशा नकारात्मक बातें कहना
जब आप अपने बच्चे को हमेशा नकारात्मक बातें कहते हैं, तो उसे लगता है कि वह कुछ भी नहीं कर सकता है। इससे उसका आत्मविश्वास कम होता है, और वह डरपोक बन सकता है। इसलिए, अपने बच्चे को हमेशा सकारात्मक बातें कहें। उसे बताएं कि वह कुछ भी कर सकता है, अगर वह मेहनत करे।
बच्चों को डरपोक होने से बचाने के लिए कुछ सुझाव
1.बच्चे को डर का सामना करने के लिए प्रोत्साहित करें
जब भी आपका बच्चा किसी चीज़ से डरता है, तो उसे समझने की कोशिश करें। उसे बताएं कि उसका डर जायज है, लेकिन उसे उस डर से लड़ना चाहिए। उसे छोटे-छोटे लक्ष्य दें, और जब वह उन लक्ष्यों को पूरा करे, तो उसकी तारीफ करें। इससे उसे डर से लड़ने का आत्मविश्वास मिलेगा।
2.आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करें
बच्चे को उसकी तारीफ करें, भले ही वह छोटी सी भी बात हो। उसे बताएं कि वह अच्छा है, और वह कुछ भी कर सकता है। उसे नई चीज़ें करने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
3.बच्चे को स्वतंत्रता दें
बच्चे को कुछ स्वतंत्रता दें। उसे अपनी गलतियाँ करने दें, ताकि वह उनसे सीख सके। इससे वह आत्मनिर्भर बनेगा, और उसे डरने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
4.दूसरों से तुलना करने से बचें
बच्चे को हमेशा उसकी अपनी क्षमताओं के अनुसार समझें। उसे दूसरों से तुलना करने से बचें। इससे उसे आत्मविश्वास मिलेगा।