5 Herbs That Are Healthy For You: शारीरिक रूप से स्वस्थ और अपने हारमोंस को हेल्दी एवं बैलेंस रखने के लिए आप अपने रोजाना आहार में कुछ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां शामिल कर सकते हैं। यह जड़ी बूटियां आपकी शारीरिक रूप से और भी ज्यादा मजबूत बनाती हैं। प्राचीन काल से ही जड़ी बूटियां को हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। जड़ी बूटियां में मौजूद विटामिंस मिनरल्स न्यूट्रिएंट्स फॉर एंटी इन्फ्लेमेटरी गान इन्हें आप यह सेहत और हारमोंस के लिए हेल्दी बनाते हैं साथ ही किसी भी प्रकार की बीमारी या वायरस से लड़ने में आपको मजबूती प्रदान करते हैं।
जड़ी बूटियां जो आपकी बॉडी को रखेंगे हल्दी और बैलेंसड्
1. Ashwagandha
अश्वगंधा को एक एडेप्टोजेनिक हब माना गया है जिस कारण इसमें कई एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद है जो आपके एंजायटी काम करने में मदद कर सकती है साथ ही या आपका एनर्जी लेवल बढ़ाती है। लेकिन ध्यान रखें कि आप अश्वगंधा का उपयोग ज्यादा मात्रा में ना करें और एक बार डॉक्टर से कंसल्ट करने की आपकी बॉडी टाइप के लिए अश्वगंधा ठीक है या नहीं।
2. Tulsi
तुलसी को हमारे भारतीय क्यूज़ीन में एक भूमिका दी गई है। तुलसी का नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में सेवन करने से यह आपके बॉडी पेन, स्ट्रास और सर्दी जुकाम काम करने में कारगर होता है। तुलसी में ऐसे कई गुण मौजूद होते हैं जो आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए अच्छे हैं।
3. Turmeric
हल्दी भारत में कई सालों से इस्तेमाल की जा रही है और इसे हमारी डाइट में एक महत्वपूर्ण तत्व माना गया है। हल्दी में मौजूद विटामिंस, मिनरल्स और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को मजबूत और हारमोंस को बैलेंस रखने में मदद करते हैं।
4. Ginger
अदरक में ऐसे एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आपके सर्दी जुकाम को ठीक करते हैं बॉडी पेन में राहत देते हैं और आपकी शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी है अच्छा है। सर्दियों में खास तौर पर अदरक का इस्तेमाल किया जाता है जिससे हमें किसी भी प्रकार के वाइरस या बैक्टीरिया से सुरक्षा मिले।
5. Licorice (Mulethi)
मुलेठी अपने शक्तिशाली गुना के लिए बहुत इस्तेमाल की जाती है। मुलेठी में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण आपकी विश्वास प्रक्रिया को बैलेंस रखने में सहायक माने जाते हैं। मुलेठी का सेवन करने से आपको सर्दी, जुकाम और अपनी डाइजेस्टिव सिस्टम में भी मदद मिल सकती है। ध्यान रखें कि मुलेठी का ज्यादा मात्रा में सेवन न करें और पर्याप्त मात्रा में ही सेवन करें। अगर आपको मुलेठी सूट ना करें तो आप इसका सेवन बंद करते हैं।