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Ph Level : जानें 5 तरीके की कैसे वजाइना के पीएच स्तर को मैनेज करें

हैल्थ l ब्लॉग : यदि आपको वजाइना में खुजली होती है और आसानी से संक्रमण हो जाता है। तो आपकी वजाइना का पीएच संतुलन गड़बड़ा सकता है। जब आप पेशाब करते हैं तो हो सकता है आपको जलन का अनुभव होता है। वजाइना का पीएच स्तर लगभग 3.8 से 4.5 होता है।

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Priti
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Vagina ph level (feminism in india)

5 Way To Mange Vaginal Ph Level :यदि आपको वजाइना में खुजली होती है और आसानी से संक्रमण हो जाता है। तो आपकी वजाइना का पीएच संतुलन गड़बड़ा सकता है। जब आप पेशाब करते हैं तो होसकता है आपको जलन का अनुभव होता है। वजाइना का पीएच स्तर लगभग 3.8 से 4.5 होता है जिसका मतलब है की यह एसिडिक पक्ष पर है। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है इसकी एसिडिक स्तर थोड़ी कम हो जाती है। इसका पीएच स्तर 5 के करीब बढ़ जाता है। आपकी वजाइना विभिन्न प्रकार के स्वस्थ, एसिड वाले बैक्टीरिया का घर है। सुखापन को रोकने और संतुलन बनाए रखने के लिए आपकी वजाइना भी नियमित रूप से तरल पदार्थ का उत्पादन करती है। उस तरल पदार्थ में एसिड होता है। आपकी वजाइना की ऐसिडिटी से कीटाणुओं से बचाने में मदद करती है। एसिड हानिकारक बैक्टीरिया, परजीवियों (parasites) और फनगस को मारता है।

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कैसे वजाइना के पीएच स्तर को प्रबंधित करें?

1. प्रोबायोटिक्स खाएं

आपकी वजाइना में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया होते हैं। अच्छे बैक्टीरिया को "लैक्टोबैसिली" और बुरे बैक्टीरिया को "एनारोबेस" के नाम से जाना जाता है। अपनी वजाइना को स्वस्थ रखने के लिए आपको अधिक लैक्टोबैसिली की आवश्यकता होती है क्योंकि यह वजाइना में उचित पीएच स्तर को बनाए रखने में मददत करता है। जबकि यह बैक्टीरिया आपकी वजाइना में पहले से ही मौजूद है। आप अपने डेली आहार में दही, केफिर, छाछ और किमची जैसे प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थों को शामिल करें। प्रोबायोटिक्स पाचन को बढ़ावा देने के लिए भी जाना जाता हैं।

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2. धूम्रपान छोड़ें

धूम्रपान करने से वजाइना संक्रमण और अन्य वजाइना समस्याओं को बढ़ती है। इसलिए यदि आप धूम्रपान करते हैं तो संक्रमण होने का खतरा अधिक है जो खराब बैक्टीरिया और एनारोबेस की संख्या बढ़ा सकता है और आपकी वजाइना में लैक्टोबैसिली की कमी का कारण बन सकता है। हालांकि कई अध्ययनों से पता चला है की धूम्रपान करने वालों की तुलना में गैर-धूम्रपान करने वालों के वजाइना माइक्रोबायोम में लैक्टोबैसिलस की एक स्वस्थ होती है। इसलिए यदि आप अपने वजाइना स्वास्थ्य और पीएच स्तर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो धूम्रपान छोड़ दें।

3. तनाव का प्रबंधन करें

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तनाव कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ाता है जो वजाइना के एसिड-बेस संतुलन को बिगाड़ देता है। वजाइना के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए तनाव के स्तर को बनाए रखने के लिए व्यक्ति को दैनिक व्यायाम करना चाहिए। शराब और धूम्रपान को अवॉयड करना चाहिए, गहरी साँस लेने के व्यायाम करना चाहिए और किसी अन्य मनोरंजक एक्टिविटी को आज़माना चाहिए।

4. मीठे खाद्य पदार्थों से बचें

कैंडीज, केक, मिठाइयाँ और डेसर्ट जैसे मीठे खाद्य पदार्थ खाने से उच्च पीएच स्तर हो सकता है या यस्ट होने के चान्सेस हो सकता है। इसलिए, एक अच्छा पीएच संतुलन बनाए रखने के लिए मीठे खाद्य पदार्थों से बचें। आपको तले हुए खाद्य पदार्थों से भी बचना चाहिए।

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5. मासिक धर्म की अच्छी स्वच्छता रखें

हममें से ज्यादातर लोग मासिक धर्म स्वच्छता पर ध्यान नहीं देते हैं, लेकिन अगर आपकी मासिक धर्म संबंधी स्वच्छता खराब है तो आपको वजाइना में जलन, खुजली या यहां तक ​​कि संक्रमण होने की काफी संभावना है। जो आपकी वजाइना के पीएच स्तर पर कहर बरपा सकता है। इसलिए हर 4 से 6 घंटे में अपना सैनिटरी नैपकिन बदलें, अपनी वजाइना को साफ रखें, रोजाना स्नान करें, यदि संभव हो तो दिन में दो बार अंडरवियर बदलें और खूब पानी पिएं।

चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।

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