Tame Anxiety: आजकल, कार्यस्थल पर चिंता एक आम समस्या बनती जा रही है। यह तीव्र दबाव, लंबे समय तक काम करने, कठिन समय सीमा, प्रदर्शन की अपेक्षाओं, अनिश्चितता और असुरक्षा या सहकर्मियों और प्रबंधकों के साथ टकराव जैसी कई वजहों से हो सकती है। चिंता का आपके कार्य और समग्र स्वास्थ्य पर नेगेटिव प्रभाव पड़ सकता है। यह एकाग्रता में कमी, निर्णय लेने में कठिनाई, थकान, चिड़चिड़ापन, अनिद्रा और यहां तक कि शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
काम पर चिंता से निपटने के 6 उपाय
1. अपनी चिंता को नजरअंदाज ना करें
पहला कदम है अपनी चिंता को स्वीकार करना। इसे दबाने की कोशिश करने से समस्या और बढ़ सकती है। गौर करें कि आपको किस बात की चिंता हो रही है और उसका कारण क्या है। क्या यह कार्यभार की वजह से है, किसी सहकर्मी के साथ संबंधों को लेकर है या फिर तरक्की या किसी प्रोजेक्ट को लेकर असुरक्षा की भावना है? कारणों को समझने से आपको उनसे निपटने में मदद मिलेगी।
2. विश्राम की तकनीक सीखें
चिंता को कम करने के लिए विश्राम की तकनीकें सीखना बहुत फायदेमंद होता है। इसमें गहरी साँस लेने के व्यायाम, ध्यान शामिल हैं। ये तकनीकें आपके शरीर और दिमाग को शांत करने में मदद करती हैं, जिससे आप तनावपूर्ण परिस्थितियों का सामना अधिक प्रभावी ढंग से कर सकते हैं।
3. अनिश्चितता को स्वीकार करें
काम के माहौल में अक्सर चीजें हमारे अनुसार नहीं चलतीं। कभी-कभी हमें अपेक्षित परिणाम नहीं मिल पाते हैं या फिर परिस्थितियाँ हमारे नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं। ऐसी स्थितियों में अनिश्चितता को स्वीकार करना सीखना जरूरी है। हर चीज को नियंत्रित करने की कोशिश करने से तनाव ही बढ़ेगा। इसके बजाय, आप उन चीजों पर ध्यान दें जिन्हें आप नियंत्रित कर सकते हैं, जैसे कि अपना रवैया, अपना कार्य और अपनी प्रतिक्रियाएँ।
4. नियमित रूप से ब्रेक लें
पूरे दिन लगातार काम करने से दिमाग थक जाता है और चिंता बढ़ सकती है। इसलिए, नियमित रूप से छोटे-छोटे ब्रेक लेना बहुत जरूरी है। अपने कार्यस्थल से उठें, थोड़ा घूमें, पानी पिएं, कुछ देर के लिए ताजी हवा लें। इससे आपका दिमाग रिफ्रेश होगा और आप काम पर वापस लौटने के लिए अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे।
5. स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
एक स्वस्थ जीवनशैली तनाव और चिंता को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसमें संतुलित आहार लेना, नियमित व्यायाम करना और पर्याप्त नींद लेना शामिल है। अच्छा खाना खाने से आपका शरीर और दिमाग इष्टतम (ishṭtama) परिस्थिति में रहता है, व्यायाम से तनाव कम होता है और एंडोर्फिन नामक रसायन का उत्पादन बढ़ता है जो आपको अच्छा महसूस कराता है और पर्याप्त नींद दिमाग को तरोताजा रखती है।
6. काम के बाहर सामाजिक संबंध बनाएं
काम के अलावा भी अपनी ज़िंदगी में सामाजिक संबंध बनाए रखना बहुत जरूरी है। दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं, अपने शौक पूरे करें या किसी सामाजिक गतिविधि में शामिल हों। मजबूत सामाजिक संबंध आपको तनाव से निपटने और खुश रहने में मदद करते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।