मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स की बात करें तो अधिकतर प्रतिशत सोचते हैं कि सेनेटरी नैपकिन/पैड्स के अलावा हमारे पास कोई ओप्तिओंस नहीं है। पर यह बिलकुल भी सच नहीं है। हमारे पास बहुत सारे विकल्प हैं, केवल जानकारी थोड़ी काम है। इस ब्लॉग में हम ऐसे ही एक मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट के बारे में पढ़ेंगे-मेंस्ट्रुअल कप। इसके फायदे जानने के लिए आगे पढ़े-
मेंस्ट्रुअल कप आज कल एक बहुत ही कॉमन शब्द है। यह एक पीरियड प्रोडक्ट है जो वजाइना के अंदर घुसाया जाता है, लगभग एक टैम्पॉन के तरह। यह रीयूजेबल होता है, यानी इसे धो कर दोबारा यूज किया जा सकता है। यह इको-फ्रेंडली मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स में से सबसे पॉपुलर प्रोडक्ट माना जाता है।
मेंस्ट्रुअल कप के फायदे:
1. इकोनॉमिकल
एक मेंस्ट्रुअल कप अक्सर लंबे समय तक टैम्पोन और पैड का उपयोग करने से सस्ता होता है क्योंकि इसे बार बार यूज़ किया जा सकता है। यह अपने लिए जल्दी भुगतान करता है। मेंस्ट्रुअल कप आपको शुरुआत में महंगा लग सकता है, अगर पैड या टैम्पोन से तुलना की जाए, मगर 2-3 महीने बाद आपके पैसे बचेंगे। यह मेडिकल ग्रेड सिलिकॉन से बनता है। एक ही मेंस्ट्रुअल कप को 10 साल से ज़्यादा प्रयोग किया जा सकता है, अगर आप उसे अच्छे और साफ़ जगह पर रखें।
2. कम जलन और वजाइनल ड्राइनेस
कुछ महिलाओं को पैड या टैम्पोन का उपयोग करते समय वजाइनल सूखापन और जलन का अनुभव होता है। मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग करते समय आपको यह बिलकुल भी अनुभव नहीं होगा। मेंस्ट्रुअल कप में न ही केमिकल जेल होता है और न ही आपके वजाइना के डिस्चार्ज को अब्सॉर्ब करती है। वह केवल खून को पकड़ती है। यह स्पॉन्ज के तरह नहीं, कप के तरह काम करता है।
3. कम गंदगी और गंध
ज्यादातर महिलाओं को लगता है कि मेंस्ट्रुअल कप हटाने की प्रक्रिया से परिचित होने के बाद उपयोग करने के लिए बहुत साफ है। और क्योंकि रक्त हवा के संपर्क में नहीं आता है जैसे कि यह एक पैड में होता है, ज्यादातर महिलाओं को लगता है कि उनकी पीरियड से कम गंध जुड़ी हुई है।
पैड्स और टेम्पॉन्स को सही तरह से डिस्पोज़ न करें तो आपका डस्टबिन और बाथरूम ही दुर्गन्ध से भर सकता है। इस मामले में भी मेंस्ट्रुअल कप बेहतर है। साथ ही, आपके पैड्स और टेम्पोंस जब गार्बेज सेग्रीगेशन यूनिट जाते हैं, तब इंसान अपने हाथों से उन्हें छूते हैं। मेंस्ट्रुअल कप इससे भी उन लोगों को बचाता है।
4. कम लीक
जब सही तरीके से डाला जाता है, तो मेंस्ट्रुअल कप एक सील बना देता है, जिससे आपके खून की लीक होने की संभावना काफी कम हो जाती है। पैड से लीक होना बहुत ही कॉमन होता है। आपने यह डर अनुभव किया ही होगा की आप उठने बैठने के समय अपने दोस्त को चेक करने के लिए कहते हैं की कोई लीक हुआ है कि नहीं।
5. लंबे समय तक पहनना जा सकता है
मेंस्ट्रुअल कप को 12 घंटे तक पहना जा सकता है, जबकि टैम्पोन को अधिकतम आठ घंटे तक पहना जा सकता है। हालांकि पैड की और तंपन के पैकेट पर लिखा होता है की आप उसे 8 या 12 घंटे तक पहन सकते हैं, यह आपके सेहत के लिए अच्छा नहीं है। डॉक्टरों का कहना है की आपको हर 4 घंटे पैड न चेंज करने से इन्फेक्शन और टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम(TSS) का खतरा होता है। पर मेंस्ट्रुअल कप से ऐसा कोई खतरा नहीं होता है।
6. इको फ्रेंडली
सैनिटरी नैपकिन और तंपन में प्लास्टिक हिस्से होते हैं, जो डिकम्पोज़ होने में सालों लगा देते हैं। इसकी तुलना में मेंस्ट्रुअल कप बहुत ही लाभदायक है। एक महिला एक पीरियड में 7-15 पैड्स या टैम्पोन का प्रयोग करती है। आप सोच ही सकते हैं की उसके जीवन काल में वह कितना प्लास्टिक का प्रयोग कर रही होगी। इसकी तुलना में, एक ही मेंस्ट्रुअल कप को 10 साल तक प्रयोग किया जा सकता है। वह मेडिकल ग्रेड सिलिकॉन का होता है और किसी के लिए भी हानिकारक नहीं होता है।