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Photograph: (pinterest )
Can stress increase bleeding during periods? पीरियड हेल्थ लाइफस्टाइल, खाने और भावनात्मक स्वास्थ्य सहित विभिन्न कारकों से प्रभावित होता है। एक अक्सर अनदेखा किया जाने वाला कारक तनाव है, जो पीरियड सायकल को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है। जब शरीर तनाव में होता है, तो हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे भारी या अनियमित पीरियड हो सकते हैं। कई महिलाओं को काम के दबाव, भावनात्मक संकट या अचानक जीवन में बदलाव के कारण मासिक पीरियड में बदलाव का अनुभव होता है।
क्या स्ट्रेस से बढ़ सकती है पीरियड के दौरान ब्लीडिंग? जानिए 5 बातें
1. तनाव आपके पीरियड सायकल को कैसे प्रभावित करता है
तनाव कोर्टिसोल और एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन के संतुलन को बाधित कर सकता है, जो मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करते हैं। उच्च तनाव के स्तर से अनियमित मासिक धर्म, मिस्ड चक्र या यहां तक कि भारी ब्लीडिंग हो सकता है।
2. तनाव और भारी पीरियड ब्लीडिंग के बीच संबंध
क्रोनिक तनाव हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है जो मेनोरेजिया का कारण बनता है। तनाव के तहत शरीर अधिक कोर्टिसोल का उत्पादन करता है, जो प्रोजेस्टेरोन के स्तर को बाधित करता है, जिससे संभावित रूप से लंबे समय तक या अत्यधिक ब्लीडिंग हो सकता है।
3. अन्य मासिक धर्म के लक्षण जो तनाव से बिगड़ते हैं
भारी ब्लीडिंग के अलावा, तनाव ऐंठन को भी तेज कर सकता है, मूड स्विंग का कारण बन सकता है और थकान का कारण बन सकता है। तनाव से संबंधित सूजन मासिक धर्म को अधिक दर्दनाक और असुविधाजनक बना सकती है।
4. हेल्थ सायकिल के लिए तनाव को प्रबंधित करने के तरीके
योग, ध्यान और गहरी साँस लेने जैसी विश्राम तकनीकों का अभ्यास हार्मोन को नियंत्रित करने और संतुलित मासिक धर्म चक्र को बनाए रखने में मदद कर सकता है। नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार भी तनाव के स्तर को प्रबंधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
5. मेडिकल सलाह कब लें
अगर आपको लगातार भारी ब्लीडिंग, गंभीर दर्द या सायकल में भारी बदलाव दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। तनाव से संबंधित समस्याएं कभी-कभी फाइब्रॉएड या हार्मोनल विकारों जैसी आंतरिक चिकित्सा स्थितियों को छिपा सकती हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।