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Cervical Cancer Signs Women Should Never Ignore: सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है, जो गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) में विकसित होता है। यह मुख्य रूप से ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) संक्रमण के कारण होता है। यदि इसका समय रहते पता चल जाए, तो इसे पूरी तरह से रोका और इलाज किया जा सकता है। इसलिए महिलाओं को इस बीमारी के शुरुआती संकेतों को पहचानना और नजरअंदाज न करना बेहद जरूरी है।
महिलाओं को नजरअंदाज नहीं करने चाहिए सर्वाइकल कैंसर के ये संकेत, जानें कैसे करें पहचान
1. असामान्य योनि स्राव (Vaginal Discharge)
सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती चरणों में गाढ़े, बदबूदार या रक्त से मिश्रित योनि स्राव हो सकता है। यदि आपको सामान्य से अलग योनि स्राव दिखाई दे, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
2. असामान्य रक्तस्राव (Irregular Bleeding)
मासिक धर्म चक्र के बीच, संभोग के बाद, या रजोनिवृत्ति (Menopause) के बाद रक्तस्राव होना सर्वाइकल कैंसर का प्रमुख संकेत हो सकता है।
3. पेल्विक दर्द या संभोग के दौरान दर्द
पेल्विक क्षेत्र में दर्द या संभोग के दौरान असहजता होना गर्भाशय ग्रीवा में किसी समस्या का संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।
4. थकान और वजन घटने
अचानक अत्यधिक थकान महसूस होना या बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन कम होना भी कैंसर का संकेत हो सकता है।
5. पैरों में सूजन और दर्द
सर्वाइकल कैंसर के बढ़ने पर पैरों में सूजन, दर्द और भारीपन महसूस हो सकता है। यह लसिका (Lymphatic System) में रुकावट का संकेत हो सकता है।
सर्वाइकल कैंसर की पहचान कैसे करें?
1. पैप स्मीयर टेस्ट (Pap Smear Test)
यह सबसे सामान्य और प्रभावी टेस्ट है, जो गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर कोशिकाओं या पूर्व-कैंसर कोशिकाओं की पहचान करता है। 21 साल की उम्र के बाद महिलाओं को नियमित रूप से यह टेस्ट करवाना चाहिए।
2. एचपीवी टेस्ट (HPV Test)
यह टेस्ट ह्यूमन पैपिलोमा वायरस का पता लगाने में मदद करता है, जो सर्वाइकल कैंसर का प्रमुख कारण है।
3. कोलपोस्कोपी
अगर पैप स्मीयर या एचपीवी टेस्टमें कोई असामान्यता पाई जाती है, तो कोलपोस्कोपी के जरिए गर्भाशय ग्रीवा का अधिक बारीकी से परीक्षण किया जाता है।