Complete Guide Of Chlamydia: क्लैमाइडिया एक आम सेक्शुअली ट्रांसमिटेड डिजीज (STD) है जो दोनों जेंडर्स में इन्फेक्शन का कारण बन सकता है। यह महिला के रिप्रोडक्टिव सिस्टम स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है। इससे बाद में गर्भवती होना मुश्किल या असंभव हो सकता है। क्लैमाइडिया संभावित रूप से घातक एक्टोपिक गर्भावस्था (Fatal Ecotopic Pregnancy) का कारण भी बन सकता है, जो w के बाहर होती है।
Chlamydia क्या है? जानें इसके लक्षण, कारण और इलाज
लोग क्लैमाइडिया से पीड़ित व्यक्ति के साथ वजाइनल एनल या ओरल सेक्स करने से इस संक्रमण से संक्रमित हो सकते हैं। उन्हें यह तब भी हो सकता है जब उनका सेक्सुअल पार्टनर इजेकुलेट (cum) न करे। इस इन्फेक्शन से पीड़ित प्रेगनेंट महिला चाइल्ड बर्थ के दौरान अपने बच्चे को इन्फेक्शन दे सकती है।
क्लैमाइडिया के लक्षण क्या हैं?
महिलाओं में क्लैमाइडिया इन्फेक्शन विभिन्न लक्षणों के साथ प्रकट हो सकता है, हालांकि यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कुछ व्यक्तियों में कोई ध्यान देने योग्य लक्षण नहीं दिख सकते हैं। सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
असामान्य वजाइनल डिसचार्ज (Abnormal Vaginal Discharge) : वजाइन से असामान्य डिस्चार्ज जिसमें तेज़ स्मेल हो सकती है।
पेशाब के दौरान दर्द या जलन (Pain Or Burning Sensation During Urination): पेशाब करते समय बेचैनी या दर्द होना एक सामान्य लक्षण है।
पेल्विक दर्द (Pelvic Pain): क्लैमाइडिया से पीड़ित महिलाओं को पेल्विक क्षेत्र में दर्द हो सकता है, जो हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है।
सेक्स के दौरान दर्द (Pain During Pain): कुछ महिलाओं कोको सेक्स के दौरान दर्द या बेचैनी महसूस हो सकती है।
मासिक धर्म के बीच ब्लीडिंग (Bleeding Between Periods): नियमित पीरियड्स के बाहर अनियमित ब्लीडिंग या स्पॉटिंग।
पेट के निचले हिस्से में दर्द (Lower Abdominal Pain): पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द या बेचैनी।
इस STI के क्या कारण हो सकते हैं?
क्लैमाइडिया होने के मुख्य तरीके वजाइनल सेक्स और एनल सेक्स हैं, लेकिन यह ओरल सेक्स के ज़रिए भी फैल सकता है। यह आमतौर पर किसी ऐसे व्यक्ति के साथ यौन संपर्क के दौरान फैलता है जिसे यह इन्फेक्शन है। यह तब भी हो सकता है जब कोई सेक्स न करे।
शायद ही कभी, अगर किसी के हाथ में इनफेक्टेड fluid है तो आँख छूने से लोगों को क्लैमाइडिया हो जाता है। अगर माँ को यह है तो यह जन्म के दौरान बच्चे में भी फैल सकता है।
यह फूड या ड्रिंक साझा करने, किस, गले लगाने, हाथ पकड़ने, खाँसने, छींकने या शौचालय पर बैठने जैसे कैजुअल कांटेक्ट से नहीं फैलता है। हर बार सेक्स करते समय कंडोम या डेंटल डैम का उपयोग करना क्लैमाइडिया को रोकने में मदद करने का सबसे अच्छा तरीका है।
महिलाओं में क्लैमाइडिया इन्फेक्शन के प्राथमिक कारणों में शामिल हैं:
असुरक्षित सेक्स (Unprotected Sex): इन्फेक्शन का सबसे आम तरीका इनफेक्टेड पार्टनर के साथ वजाइनल ओरल और एनल सेक्स है, जो जीवाणु को ले जाता है।
कई सेक्सुअल पार्टनर (Multiple Sex Partner) : कई सेक्सुअल पार्टनर होने से इन्फेक्शन के संपर्क में आने का जोखिम बढ़ जाता है, खासकर अगर कोई साथी इनफेक्टेड हो।
कंडोम का असंगत उपयोग (Irregular Use Of Condom): सेक्स के दौरान लगातार कंडोम का उपयोग न करने से क्लैमाइडिया होने का जोखिम बढ़ सकता है।
पिछला क्लैमाइडियल इन्फेक्शन (Previous Chlamydia Infection): क्लैमाइडिया संक्रमण का इतिहास होने पर अगर उचित सावधानी न बरती जाए तो दोबारा संक्रमण होने की संभावना बढ़ सकती है।
उम्र और यौन गतिविधि (Age & Sexual Activity): युवा व्यक्ति, विशेष रूप से 25 वर्ष से कम आयु के लोग, इस इन्फेक्शन के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं,
एसटीआई हिस्ट्री (STI History): अन्य यौन संचारित संक्रमणों के इतिहास वाले व्यक्तियों में क्लैमाइडिया का जोखिम बढ़ सकता है।
कंडोम का लगातार और सही तरीके से उपयोग करके सुरक्षित यौन संबंध बनाना और नियमित एसटीआई जांच करवाना आवश्यक है, खासकर अगर यौन रूप से सक्रिय हैं या उच्च जोखिम वाले व्यवहार में संलग्न हैं।
इलाज (Tratment)
क्लैमाइडियल इंफेक्शन का इलाज आसान है और इसे ठीक किया जा सकता है। चूंकि यह बैक्टीरिया से होने वाला इंफेक्शन है, इसलिए एज़िथ्रोमाइसिन और डॉक्सीसाइक्लिन जैसे एंटीबायोटिक्स इसका इलाज कर सकते हैं। डॉक्टर से मिलने से पहले कोई भी दवा न लें। यौन संचारित रोगों और सुरक्षित रहने के तरीकों के बारे में अधिक जानने के लिए Gytree के विशेषज्ञों से बात करें या पैकेज बुक करें।
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