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जानिए Sexual Health पर हार्मोनल परिवर्तन के प्रभाव

और इनमें से कुछ हार्मोन सीधे हमारे यौन स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं। इन हार्मोनों का स्तर उम्र, तनाव, जीवनशैली और चिकित्सीय स्थितियों के आधार पर लगातार बदलता रहता है।

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Anusha Ghosh
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(Credit : Hormone University)

Sexual Health: हमारे शरीर में कई तरह के हार्मोन पाए जाते हैं, जो संदेशवाहक का काम करते हैं। ये हार्मोन हमारे शारीरिक कार्यों को विनियमित करने में अहम भूमिका निभाते हैं, और इनमें से कुछ हार्मोन सीधे हमारे यौन स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं। इन हार्मोनों का स्तर उम्र, तनाव, जीवनशैली और चिकित्सीय स्थितियों के आधार पर लगातार बदलता रहता है।

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हार्मोनल बदलावों का यौन स्वास्थ्य पर 5 प्रभाव

1. यौन इच्छा में कमी (Libido)

टेस्टोस्टेरोन पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाया जाने वाला एक आवश्यक हार्मोन है। पुरुषों में इसका स्तर ऊंचा होता है और यौन इच्छा को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। उम्र बढ़ने के साथ टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होता जाता है, जिससे यौन इच्छा में कमी आ सकती है। महिलाओं में भी थोड़ी मात्रा में टेस्टोस्टेरोन पाया जाता है और माना जाता है कि यह उनकी यौन इच्छा को भी प्रभावित करता है। इसके अलावा, एस्ट्रोजन नामक हार्मोन महिलाओं में यौन उत्तेजना को बढ़ावा देता है। मासिक चक्र के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर बदलता रहता है, जिससे यौन इच्छा में भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।

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2. स्नेहन की कमी (Lubrication)

महिलाओं में योनि मार्ग (vagina) को प्राकृतिक रूप से नम रखने के लिए एस्ट्रोजन जरूरी है। रजोनिवृत्ति के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है, जिससे योनि मार्ग में सूखापन की समस्या हो सकती है। योनि सूखापन से संभोग के दौरान दर्द हो सकता है और इससे यौन क्रियाकलापों में रुचि कम हो सकती है।

3. संभोग सुख में कठिनाई (Difficulty Orgasming)

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कई कारक संभोग सुख में कठिनाई पैदा कर सकते हैं, जिनमें हार्मोनल असंतुलन भी शामिल है। एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का निम्न स्तर उत्तेजना और संवेदना को कम कर सकता है, जिससे संभोग सुख प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है।

4. संभोग में कठिनाई (Erectile Dysfunction)

पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने से इरेक्शन (Erection) या तनाव बनाए रखने में समस्या हो सकती है, जिसे नपुंसावस्था (Erectile Dysfunction) के नाम से जाना जाता है। यह स्थिति तनाव और कुछ दवाओं के कारण भी हो सकती है।

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5. मासिक धर्म अनियमितता (Irregular Periods)

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) जैसी हार्मोनल असंतुलन से ग्रस्त महिलाओं में मासिक धर्म अनियमित हो सकता है या बिल्कुल बंद भी हो सकता है। इससे यौन इच्छा में कमी और अन्य यौन समस्याएं हो सकती है।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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