Foods you Must Avoid For Healthy Vagina: हर किसी का शरीर अलग होता है और सबकी ज़रूरतें अलग-अलग हो सकती हैं। वजाइना स्वास्थ्य महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वजाइना संबंधी समस्याएं फर्टिलिटी, सेक्स की इच्छा और ऑर्गेज्म तक पहुंचने की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं। चल रही वजाइना स्वास्थ्य समस्याएं तनाव या रिश्ते की समस्याओं का कारण हो सकती हैं। जानिए वजाइना को स्वास्थ्य रखने के लिए कौन से खाद्य पदार्थ ना खाएं।
वजाइना को स्वस्थ रखने के लिए कौन से ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन नही करना चाहिए ?
1. ज्यादातर शर्करा
अत्यधिक मात्रा में शर्करा का सेवन करने से वजाइना का पीएच लेवल इम्बैलेंस हो सकता है। जिसके कारण यीस्ट संक्रमण या बैक्टीरिया का खतरा बढ़ सकता है। कैंडी, सोडा, पेस्ट्री और अन्य स्नैक्स जैसे मीठे खाद्य पदार्थों और ड्रिंक्स पदार्थों का कम से कम सेवन करना चाहिए वरना वजाइना के लिए अच्छा नही हो सकता है।
2. कैफीन और अल्कोहल
कैफीन और अल्कोहल दोनों ही शरीर को डिहाइड्राटेड कर सकते हैं और संभावित रूप से वजाइना के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। अत्यधिक सेवन से वजाइना में मोईसचर लेवल को कम कर सकता है जिससे असुविधा या जलन हो सकती है। कॉफ़ी, चाय, अल्कोहलीक बीवरेजेज और इनर्जी ड्रिंक का सेवन ना करने की सलाह दी जाती है।
3. मसालेदार भोजन
कुछ लोगों का मानना है कि मसालेदार खाना खाने से वजाइना में मूत्र पथ में जलन हो सकती है। जो अप्रत्यक्ष रूप से वजाइना के स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकती है। यदि आपको मसालेदार खाना खाने के बाद कोई असुविधा महसूस होती है तो आप ऐसे खाने का सेवन करने से बचें।
4. उच्च-सोडियम खाद्य पदार्थ
उच्च-सोडियम खाद्य पदार्थ खाने से सूजन हो सकता है जिससे वजाइनल एरिया में समस्या हो सकती है। नमकीन खाद्य पदार्थ जैसे फास्ट फूड,मीट,और नमकीन स्नैक्स का सेवन कम करने से स्वास्थ्य संतुलन रखने में मदद मिल सकता है।
5. तला हुआ भोजन
तला हुआ भोजन कभी भी हमारे शरीर के लिए अच्छा नहीं होता है और यही स्थिति हमारी वजाइना के लिए भी होती है। बहुत अधिक तला हुआ खाना खाने से अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन प्रभावित हो सकता है। वे बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसे संक्रमण के उच्च जोखिम का कारण बन सकता है जैसे कि बुरी गंध आना।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।