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Protein: प्रोटीन को कैसे ब्राउन राइस से अलग किया जाता है?

ब्राउन राइस प्रोटीन पूरी दुनिया में पॉपुलैरिटी हासिल कर रहा है और इसे हमेशा पी प्रोटीन एक्सट्रैक्ट के साथ कंबाइन किया जाता है जो इसे robust बनाता है।

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Rajveer Kaur
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Brown Rice (Pinterest)

How Is Protein Extracted From Brown Rice(Image Credit - Pinterest)

How Is Protein Extracted From Brown Rice: ब्राउन राइस प्रोटीन पूरी दुनिया में पॉपुलैरिटी हासिल कर रहा है और इसे हमेशा पी(मटर) प्रोटीन एक्सट्रैक्ट के साथ कंबाइन किया जाता है जो इसे ज़्यादा स्ट्रांग बनाता है। प्लांट प्रोटीन ब्लोटिंग मुक्त है, एनर्जी को बढ़ाता और थकान को कम करता है।

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Brown Rice: प्रोटीन को कैसे ब्राउन राइस से अलग किया जाता है?

Brown Rice: प्रोटीन को कैसे ब्राउन राइस से अलग किया जाता है?

ब्राउन राइस से प्रोटीन एक्सट्रैक करने के कई स्टेप्स होते हैं जैसे, प्रोटीन कंटेंट को आइसोलेट और कंसंट्रेट करना। इस प्रोसेस में ब्राउन राइस को पीसा जाता है ताकि उसके आउटर हस्क और ब्रैन लेयर को रिमूव किया जा सके। इसके रिजल्ट में ब्राउन राइस आटे की प्रोडक्शन होती है जिसे पानी में मिलाकर उसकी स्लरी बनाई जाती है। इसके बाद इस स्लरी के प्रोटीन को अन्य कंपोनेंट्स से अलग करने के लिए प्रोसेस के बीच से निकाला जाता है। 

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मुख्य रूप से दो तरीके हैं

Wet Fractionation

प्रोटीन एक्सट्रैक्शन के लिए वेट फ्रैक्शनेशन सबसे आम तरीका है। इस मैथड में प्रोटीन सॉलिबॉलिटी लाने के लिए स्लरी को पहले एक स्पेसिफिक पीएच लेवल पर एडजस्ट किया जाता है, सहायता के लिए इसमें एंजाइम्स और एसिड्स मिलाए जाते है। इसके बाद स्लरी को सॉलिड फ्रैक्शन से लिक्विड फ्रेक्शन, जिसमें प्रोटीन होता है, करने के लिए फिल्टर किया जाता है। जिसके बाद, इस लिक्विड फ्रेक्शन में कोई अशुद्धि ना रहे, इसके लिए पूरीडाइकेशन किया जाता है। 

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Dry Fractionation

प्रोटीन एक्सट्रैक्ट करने का दूसरा तरीका ड्राई Fractionation होता है। डू बनाने के लिए ब्राउन राइस आटे को पानी के साथ मिक्स किया जाता है। इसके बाद डू को गूंथा जाता है और फिर स्टार्च निकालने के लिए इसे धोया जाता है. इसके पीछे प्रोटीन भरपूर अवशेष बच जाता है। फिर इस बच्चे हुए अवशेष को सुखाकर पीस लिया जाता है और बारीक पाउडर बना लिया जाता है, आगे शुद्ध प्रोटीन आइसोलेट पाने के लिए प्रोसेस्ड किया जाता है।

ब्राउन राइस प्रोटीन को कैसे पौष्टिक बनाता है?

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ब्राउन राइस प्रोटीन में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं। ऑक्सीडेटिव तनाव तब होता है जब फ्री रेडिकल्स के उत्पादन और शरीर की उन्हें बेअसर करने की क्षमता के बीच असंतुलन होता है। फ्री रेडिकल्स अस्थिर मॉलिक्यूल्स होते हैं जो सेल्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं, जैसे हृदय रोग और कैंसर। एंटीऑक्सिडेंट इन फ्री रेडिकल्स को बेअसर करके उनके हानिकारक प्रभावों को कम करते हैं।

ब्राउन राइस  प्रोटीन में स्पेसिफिक एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते है जिसमें फेनोलिक यौगिक, फ्लेवोनोइड और विटामिन ई शामिल हैं। फेनोलिक यौगिक अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं और फ्री रेडिकल्स को खत्म करने में मदद कर सकते हैं। फ्लेवोनोइड्स एंटीऑक्सिडेंट का एक विविध समूह है, जिसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी कैंसर प्रभाव पाए जाते हैं। विटामिन ई फैट में घुलनशील एंटीऑक्सीडेंट है जो कोशिका झिल्ली को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाता है।

ब्राउन राइस + मटर प्रोटीन कॉम्बो सुपरफूड हैं?

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ब्राउन राइस और गोल्डन पी प्रोटीन दो पावरफुल प्लांट बेस्ड प्रोटीन हैं। इन्हें आपस में कंबाइन करने पर ये बहुत फायदे देते हैं। इन दोनों को ही कंप्लीट प्रोटीन माना जाता है, जिसका मतलब इनमें सभी अमीनो एसिड शामिल होते हैं, जो मसल की ग्रोथ, रिपेयर और पूरे शरीर के लिए फायदेमंद हैं।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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