Baby blues after pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान ही नहीं बल्कि डिलीवरी के बाद भी एक महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं जिसमें दुखी या उदास महसूस होना भी शामिल है। शुरुआती दिनों में होने वाली भावनात्मक अस्थिरता को संदर्भित करता है,"बेबी ब्लूज़" एक ऐसी स्थिति है जिसमें एक नई मां जन्म के कुछ दिनों या हफ्तों बाद उदासी, चिंता या भावनात्मक अस्थिरता का अनुभव करती है। इसे आमतौर पर अस्थायी माना जाता है और यह कई माताओं के लिए सामान्य होता है। तो आइए आगे जानते हैं बेबी ब्लूज से जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में।
नई मांओं को बेबी ब्लूज़ से निपटने के लिए, इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए
1. स्वयं को समय दें (Give Yourself Time)
खुद के लिए समय निकालना महत्वपूर्ण है। छोटे-छोटे ब्रेक लें, आराम करें और अपने शौक पूरे करने की कोशिश करें। अपने लिए समय निकालें और आराम करने का प्रयास करें।
2. सपोर्ट सिस्टम (Support System)
परिवार और दोस्तों से मदद मांगें। वे बच्चे की देखभाल में आपकी मदद कर सकते हैं या आपको मानसिक सहारा दे सकते हैं। उनसे अपनी भावनाओं को साझा करें और उनके साथ समय बिताएं।
3. संतुलित आहार और नींद (Balanced Diet and Sleep)
सही खान-पान और पर्याप्त नींद बनाए रखना आपकी भावनात्मक स्थिति को बेहतर बना सकता है और योग, ध्यान, या हल्की वॉक जैसी गतिविधियों से भी मानसिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
4. प्रोफेशनल हेल्प (Professional Help)
यदि आप महसूस करें कि स्थिति गंभीर हो रही है या सामान्य से अधिक समय तक चल रही है, तो डॉक्टर या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
5. भावनाओं को व्यक्त करें (Express Feelings)
अपने भावनाओं को समझें और स्वीकार करें। यह सामान्य है कि आप उदास, चिड़चिड़ी या थकी हुई महसूस कर सकती हैं। यह समझें कि Baby Blues एक सामान्य स्थिति है। अपनी भावनाओं को व्यक्त करना और समझना महत्वपूर्ण है।
इन उपायों से आमतौर पर सुधार होता है, लेकिन अगर समस्या बनी रहती है या बढ़ जाती है, तो प्रोफेशनल मदद लेना महत्वपूर्ण है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।