Sleep During Pregnancy: प्रेगनेंसी एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील समय होता है, जिसमें महिलाओं को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होता है। सही तरीके से सोना न केवल मां के लिए बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी आवश्यक है।यहाँ कुछ ज़रूरी तरीके बताएं गए हैं कि किस तरह प्रेगनेंसी में नहीं सोना चाहिए।
प्रेगनेंसी में इस तरीके से न सोएं
1. पीठ के बल सोना
प्रेग्नेंसी के दौरान पीठ के बल सोना ठीक नहीं होता, खासकर दूसरे और तीसरे महीने में। जब महिला पीठ के बल लेटती है, तो गर्भाशय का भारी वजन रीढ़, पीठ और रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है। इससे रक्त संचार में बाधा आ सकती है और माँ को असहजता का अनुभव हो सकता है। यह स्थिति माँ और बच्चे दोनों के लिए खतरा पैदा कर सकती है।
2. पेट के बल सोना
प्रेगनेंसी के दौरान पेट के बल सोना भी नहीं होना चाहिए। जैसे-जैसे गर्भ विकसित होता है, पेट के बल लेटना असंभव होता है, लेकिन अगर कोई महिला गलती से इस स्थिति में सो जाती है, तो इससे बच्चे को नुकसान पहुंचने की संभावना हो सकती है। गर्भाशय और पेट पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे बच्चे की सुरक्षा में खतरा आ सकता है।
3. एक ही स्थिति में लंबे समय तक रहना
अगर कोई महिला एक ही स्थिति में लंबे समय तक सोती है, तो इससे शरीर के कुछ हिस्सों में खून का संचार प्रभावित हो सकता है। इससे दर्द और असहजता का अनुभव हो सकता है। महिलाओं को सोने के दौरान समय-समय पर अपनी स्थिति बदलनी चाहिए, ताकि शरीर के सभी हिस्सों को आराम मिल सके।
4. कठोर या असुविधाजनक गद्दे पर सोना
प्रेगनेंसी में आरामदायक सोने के लिए गद्दा बहुत महत्वपूर्ण होता है। कठोर या असुविधाजनक गद्दे पर सोना पीठ दर्द, कंधे के दर्द और अन्य असुविधाओं का कारण बन सकता है। एक अच्छी गुणवत्ता वाला गद्दा चुनना आवश्यक है, जो शरीर के आकार और वजन के अनुसार आराम प्रदान कर सके।
5. अत्यधिक गर्म या ठंडे स्थान पर सोना
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अत्यधिक गर्म या ठंडे स्थान पर सोने से बचना चाहिए। अत्यधिक गर्मी से महिला के शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। वहीं, अत्यधिक ठंड भी असहजता का कारण बन सकती है। एक संतुलित तापमान में सोना सबसे अच्छा होता है।
6. सोने से पहले स्क्रीन का उपयोग
सोने से पहले मोबाइल, टेबलेट या टीवी जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करना नींद को प्रभावित कर सकता है। इससे नींद की क्वॉलिटी में कमी आ सकती है और महिलाएं तनाव का अनुभव कर सकती हैं। सोने से पहले कुछ देर तक आराम करना और किताब पढ़ना अधिक फायदेमंद हो सकता है।