How to Deal with Bloating During Periods: पीरियड्स के दौरान पेट का फूलना या गैस बनना एक आम समस्या है। यह हार्मोनल बदलावों और पाचन क्रिया में गड़बड़ी के कारण होता है। यह असहजता पैदा कर सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ आसान तरीके अपनाकर आप पीरियड्स में ब्लोटिंग की समस्या को कम कर सकती हैं।
पीरियड्स में ब्लोटिंग से कैसे पाएं राहत
आहार (Diet)
नमक कम करें: ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे ब्लोटिंग हो सकती है। पैकेज्ड फूड्स, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ और प्रोसेस्ड मीट में अक्सर ज्यादा नमक होता है। इनका सेवन कम करें और ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाजों को अपनी डाइट में शामिल करें।
पानी भरपूर पिएं: पानी पीने से शरीर हाइड्रेट रहता है और पाचन क्रिया ठीक से चलती है। दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से ब्लोटिंग कम हो सकती है।
पेट फूलने वाले खाद्य पदार्थों से बचें: कुछ खाद्य पदार्थ जैसे बीन्स, गोभी, ब्रोकली, प्याज, और डेयरी उत्पाद पेट फूलने का कारण बन सकते हैं। अपने पीरियड्स के दौरान इन चीजों के सेवन को सीमित करें और देखें कि इससे आराम मिलता है या नहीं।
छोटे-छोटे और बार-बार भोजन करें: एक बार में ज्यादा खाने से पेट फूल सकता है। इसलिए दिन भर में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बार-बार खाना बेहतर होता है।
फाइबर युक्त आहार लें: फाइबर युक्त आहार पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। साबुत अनाज, फल और सब्जियां फाइबर के अच्छे स्रोत हैं।
घरेलू उपचार (Home Remedies)
गर्म सिकाई: पेट पर गर्म सिकाई करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और ब्लोटिंग कम हो सकती है। आप हीटिंग पैड का इस्तेमाल कर सकती हैं या गर्म पानी की थैली बनाकर पेट पर रख सकती हैं।
पुदीना की चाय: पुदीना पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है। आप पुदीने की पत्तियों को उबालकर चाय बनाकर पी सकती हैं।
अदरक का सेवन: अदरक में भी पाचन-क्रिया को सुधारने के गुण होते हैं। आप अदरक की चाय पी सकती हैं या कच्चा अदरक का छोटा टुकड़ा खा सकती हैं।
जीरा पानी: जीरा पानी पेट दर्द और गैस की समस्या को कम करने में मदद करता है। एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच जीरा डालकर उबालें। इसे छानकर पिएं।
योगासन: कुछ योगासन जैसे पवनमुक्तासन, भुजंगासन और मत्स्यासन ब्लोटिंग की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।