How to deal with early pregnancy symptoms: प्रेगनेंसी का समय सभी महिलाओं के जीवन का एक खास पल होता है। यह वह वक्त होता है जिसका इंतजार सभी शादीशुदा जोड़े और उनका परिवार कर रहा होता है। लेकिन प्रेगनेंसी के साथ ही आती हैं कई सारी समस्याएं जिससे आपको कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आइए जानते हैं प्रेगनेंसी के वक्त के कुछ शुरुवाती लक्षणों के बारे में और साथ ही यह भी जानिए की इस से कैसे निपटा जा सकता है।
प्रेग्नेंसी के शुरुवाती लक्षणों के साथ कैसे निपटें?
मॉर्निंग सिकनेस
प्रेग्नेसी में यह समस्या आम होती है। इसमें चक्कर आना, जी मिचलाना और उल्टी के वजह से महिलाएं परेशान होती हैं। दरअसल बॉडी में हार्मोनल चेंजेज और बीपी कम-ज्यादा होने की वजह से प्रेगनेंसी के दौरान चक्कर आना आम है। लेकिन अगर बहुत अधिक बार चक्कर आ रहे हो, तो आप कोई एनर्जी ड्रिंक या नींबू पानी पी सकती है। अगर इससे भी सुधार न आए तो डॉक्टर से सलाह लें।
नींद न आना
प्रेगनेंसी में बॉडी में कई सारे बदलावों की वजह से नींद आने ने दिक्कत होती है। लेकिन प्रेग्नेंसी में भरपूर नींद लेना और आराम करना बेहद जरूरी हैं। इसीलिए सोने का सही समय फिक्स करे और अगर नींद न आए तो अपने पसंद का गाना सुने या किसी शांत और सुकून वाली जगह पर जाकर सोएं। आप सोने से पहले गरम पानी से नहा भी सकती है। इससे जल्दी नींद आयेगी।
सिर दर्द होना
प्रेगनेंसी के शुरुवाती दौर में सर भारी होना और सरदर्द की समस्या अधिक रहती हैं। दरअसल ज्यादा हार्मोन का स्तर और ब्लड का वॉल्यूम बढ़ने के कारण ऐसा होता हैं। सर दर्द कम करने के लिए नींद की पर्याप्त मात्रा जरूरी है। इसीलिए आराम करें और नींद पूरी करें। ज्यादा गंभीर हालत हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
हॉट फ्लैशेज
कुछ प्रेगनेंट महिलाओं को हॉट फ्लैशेज की भी समस्या होती हैं। इसमें अचानक रात के समय आपको तेज गर्मी का एहसास होता है, पसीना आता है और गर्मी के बाद तुरंत बाद तेज ठंड भी लगने लगती हैं। यह समस्या लगभग 2- 5 मिनट तक होती हैं। हॉट फ्लेशेस से बचने के लिए ठंडे टेंप्रेचर वाले रूम में सोए और हाइड्रेट रहने के साथ-साथ ठंडी चीजों का सेवन करें।
कब्ज
प्रेग्नेंट महिलाओं में कब्ज की समस्या अक्सर होती है। इससे बचने के लिए आप फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ ले सकती है, इसके साथ ही दिन में जितना हो सके उतना पानी पिए और जूस का भी सेवन करें। इससे कब्ज की समस्या दूर हो सकती हैं। इसके साथ ही अपने डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां और मौसमी फल, अंकुरित अनाज का उपयोग करें।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।