Harmonal Imbalance: अकसर महिलाओं में हार्मोन असंतुलन की समस्याएं सामने आती है। हमारे शरीर में मौजूद एंडोक्राइन सिस्टम इन हार्मोन्स के पीछे ज़िम्मेदार होता है। एंडोक्राइन सिस्टम में मौजूद ग्लैंड्स कुछ कैमिकल्स रिलीज़ करती हैं जो हार्मोन्स कहलाते हैं। ये ही कैमिकल्स शरीर में मौजूद कोशिकाओं यानि सेल्स, टिश्यूज़ और अन्य अंगों को काम करने के लिए संकेत देते हैं। हार्मोन्स के हमारे शरीर में बिगड़ जाने से बहुत-सी समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
क्या होती हैं हार्मोन असंतुलन से जुड़ी समस्याएं
हमारे शरीर में होने वाला विकास, हार्ट बीट रेट, स्वभाव, तनाव, मस्तिष्क संबंधी गतिविधियां, प्रजनन संबंधी प्रक्रियाएं, तापमान, सोना-जागना सब कुछ हार्मोन्स के जरिए होता है। महिलाओं में हार्मोन्स के असंतुलन से दिनचर्या प्रभावित हो जाती है। हार्मोन असंतुलन में दिखने वाले कुछ लक्षणों में शामिल हैं : नींद का प्रभावित होना, अनियमित पीरियड्स, स्वभाव में बदलाव, हाई या लो बीपी, वज़न का बढ़ना या घटना, सिरदर्द, चेहरे पर सूजन, थकान, बेहोशी, बालों का झड़ना या उन्में कमज़ोरी, आंखों की रोशनी प्रभावित होना, हड्डियों में कमज़ोरी आदि।
कैसे दूर करें हार्मोन असंतुलन की समस्या
हार्मोन इंबेलेंस कुछ चीज़ों से सुधारा जा सकता है। आज हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं जिसके जरिए हार्मोन असंतुलन को नियंत्रित किया जा सकता है।
- सही सोना-जागना : असमय सोने और जागने से शरीर का चक्र बिगड़ जाता है। इससे हार्मोन असंतुलन की समस्या पैदा हो जाती है। ज़रूरी है ठीक समय में सोने चले जाना और फिर सही समय में उठ जाना। देर रात तक जागना और सुबह देर से उठना शरीर के हार्मोन्स को प्रभावित करता है।
- व्यायाम करना : व्यायाम करने से शरीर में प्रभावित चीज़ों पर असर शुरू हो जाता है। व्यायाम करने से हमारे शरीर के सभी अंग सही तरह से काम करने शरू कर देते हैं, शरीर का चक्र सही होता है जिससे हार्मोन्स संबंधी समस्याएं नहीं होतीं।
- सही डाइट लेना : हम क्या खा रहे हैं, किस तरह खा रहे हैं और कब खा रहे हैं हमारे शरीर में प्रभाव डालता है। ऐसे में ज़रूरी है समय पर सही डाइट को फ़ौलो किया जाए। कुछ भी अप्राकृतिक न खाया जाए।
- तनाव से दूरी : अत्यधिक तनाव लेना भी हमारे शरीर के लिए घातक होता है। ऐसे में ज़रूरी है तनाव से दूरी बनाई जाए। जो चीज़ तनाव पैदा करे उसे दूर रहें।
- योग : योग हमारे शारीरिक और मानसिक संतुलन को बनाए रखता है। ऐसे में योग को अपने जीवन में शामिल करने से हम हार्मोनल इंबेलेंस से मुक्ति पा सकते हैं।
हार्मोन से जुड़ी किसी भी समस्या में ज़रूरी है सही समय पर डॉक्टर या किसी एक्सपर्ट से बात करें। सही समय पर उपचार न करने से आगे गंभीर समस्या पैदा हो सकती है।
चेतावनी : प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।