How To Maintain Better Reproductive Health In Diabetes? आजकल महिलाओं में ज्यादातर इनफर्टिलिटी की समस्या दिख रही है। जिसके पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं। उन्हीं में से एक है- डायबिटीज। जिससे पीड़ित महिलाओं की संख्या बढ़ रही हैं। इसका असर न सिर्फ हड्डियों, स्किन या इंटरनल ऑर्गन्स पर ही नहीं बल्कि प्रजनन स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। जिससे महिलाओं की प्रजनन क्षमता प्रभावित हो जाती है, जो महिलाओं में मिसकैरेज के जोखिम को बढ़ा देते हैं, इसलिए प्रेग्नेंसी कंसीव करने के लिए प्रजनन स्वास्थ्य का हेल्दी रहना बेहद ज़रूरी है।
डायबिटीज और प्रजनन स्वास्थ्य का संबंध
प्रेग्नेंसी कंसीव करने से पहले डायबिटीज लेवल का सही रहना ज़रूरी होता है, क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज एक गंभीर बीमारी हो जाती है। जिससे अबॉर्शन का खतरा बढ़ जाता है। वैसे आमतौर पर डायबिटीज से महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर गहरा प्रभाव पड़ता है। जिस कारण उनके शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं और इस कारण उन्हें प्रेग्नेंसी कंसीव करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं। साथ ही प्रेग्नेंसी में एग इंप्लांट होने में भी मुश्किलें आती हैं और इसी दौरान डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं में सी सेक्शन डिलीवरी और ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या दिखती है।
डायबिटीज में प्रजनन क्षमता को स्वस्थ रखने के टिप्स
1. वजन को नियंत्रित रखें
अमूमन डायबिटीज में वजन की समस्या देखने को मिलती है, जो प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित कर देती है, इसलिए इंसुलेशन संवेदनशीलता में सुधार के लिए इस दौरान वजन को स्वस्थ रखना बेहद ज़रूरी है। इससे महिलाओं में मेंस्ट्रूअल साइकिल नियमित बना रहता है। साथ ही अर्ली मेनोपॉज के खतरों से भी बचा जा सकता है। आप वजन को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम की मदद ले सकती हैं।
2. ब्लड शुगर मेंटेन रखें
डायबिटीज के कारण ब्लड शुगर की समस्या रहती है। जिससे बचाव के लिए अब दवाइयां व हेल्दी डाइट की मदद ले सकती हैं। जो ब्लड शुगर के लेवल को बनाए रखने के साथ-साथ फर्टिलिटी को बेहतर रखने में मदद करता है, लेकिन ध्यान रहें कि इस दौरान बिल्कुल भी प्रोसेस्ड फूड का सेवन न करें, क्योंकि इससे हार्मोन असंतुलित होने का खतरा बढ़ जाता है।
3. हार्मोन को संतुलित रखें
प्रजनन क्षमता को स्वस्थ रखने के लिए हार्मोन का भी संतुलित रहना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि फर्टिलिटी को बढ़ाने में हार्मोन का बहुत बड़ा योगदान होता है। आमतौर पर हॉर्मोन इंबैलेंस से शरीर में कई तरह के बदलाव आने लगते हैं, जो फर्टिलिटी को भी प्रभावित कर देती है। इससे बचाव के लिए आप अपने दिनचर्या में कुछ बदलाव कर हेल्दी लाइफ़स्टाइल को अपना सकती हैं।
4. हेल्दी डाइट लें
डायबिटीज को कंट्रोल रखने के लिए बैलेंस डाइट लेना ज़रूरी है, जिससे आपका प्रजनन क्षमता भी स्वस्थ रहता है। इसके लिए आप अपने खाने में लीन प्रोटीन, साबुत अनाज, फल व सब्जियां समेत हेल्दी आहार को शामिल करें।
5. पर्याप्त नींद लें
स्वस्थ प्रजनन क्षमता के लिए बेहतरीन नींद की आवश्यकता होती है, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए ज़रूरी है, इसलिए रोजाना 7 से आठ घंटे के अच्छी नींद अवश्य लेनी चाहिए।
6. गर्भावस्था से पहले देखभाल
ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए बेहद ज़रूरी है कि आप अपने प्रेग्नेंसी के पहले से ही देखभाल करनी शुरू कर दें। इसके लिए आप नियमित तौर पर अपना ब्लड शुगर चेक करते रहें, ताकि समय रहते जोखिम से बचा जा सकें।
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