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कैसे रखें नॉर्मल डिलीवरी के बाद Intimate Area का ख़्याल?

हैल्थ: सामान्य प्रसव के दौरान योनि में कट लगाए जाते हैं, जिसके बाद टांके लगते हैं। इस दौरान महिलाओं के इंटिमेट एरिया का काफी नुकसान पहुंचता है। वैसे तो सामान्य डिलीवरी हो या सिजेरियन दोनों मामले में खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है।

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Ruma Singh
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(Credit Image- File Image)

How To Take Care Of Intimate Area After Normal Delivery? नॉर्मल डिलीवरी बच्चे को जन्म देने का सबसे पुराना और प्राकृतिक तरीका है, लेकिन आजकल के लाइफस्टाइल में परिवर्तन और महिलाओं की खराब सेहत के कारण सामान्य डिलीवरी काफी कम सुनने को मिलता है। हालांकि वहीं, आज भी ऐसी कई महिलाएं हैं जो अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख नॉर्मल डिलीवरी के जरिए बच्चा पैदा कर रही है। ज़्यादातर डॉक्टर भी वजाइनल डिलीवरी का ही सलाह देते हैं। सामान्य प्रसव के दौरान योनि में कट लगाए जाते हैं, जिसके बाद टांके लगते हैं। इस दौरान महिलाओं के इंटिमेट एरिया का काफी नुकसान पहुंचता है। वैसे तो सामान्य डिलीवरी हो या सिजेरियन दोनों मामले में खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है, खासतौर पर प्राइवेट पार्ट का सही देखभाल और साफ सफाई। जितना आप इस दौरान अपने इंटिमेट एरिया को साफ और सूखा रखेंगे उतना ही संक्रमण के खतरे से बच पाएंगे।

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नॉर्मल डिलीवरी के बाद कैसे रखें प्राइवेट पार्ट का ख़्याल?

बच्चे के जन्म के बाद बच्चे के साथ-साथ खुद का भी ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। खासतौर पर नॉर्मल डिलीवरी, क्योंकि वजाइना शरीर का सबसे संवेदनशील त्वचा होता है। जिसे डिलीवरी के बाद खास देखभाल की ज़रूरत होती है। कई बार अच्छे से देखभाल न कर पाने के कारण संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में संक्रमण से बचने के लिए ज़रूरी है कि कुछ इस तरीके से आप अपनी वजाइना की देखभाल करें।

1. बैठने का रखें ध्यान 

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नॉर्मल डिलीवरी में बैठने की स्थिति पर खास ध्यान देना होता है, ताकि यह टांके घुलने से पहले टूटे नहीं और ना ही बैठने के दौरान टांके पर दबाव पड़े। आमतौर पर ये टांके 10 दिन या दो हफ़्ते में डिसोल्व हो जाते हैं, तब तक बैठने के मुद्रा पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है। 

2. सिकाई करते रहें

कोशिश करें कि दिन में कम से कम दो बार टांके को गुनगुने पानी से सिकाई करें। जिससे टांके को हील होने में मदद मिलेगा और संक्रमण भी नहीं होने देगा। सिकाई करने के बाद उस एरिया पर डॉक्टर द्वारा दी गई एंटीऑक्सीडेंट क्रीम का इस्तेमाल करें।

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3. टॉयलेट के बाद करें सफाई

हर बार पेशाब जाने के बाद योनि को हल्के गुनगुने पानी से साफ करें और उसके बाद किसी मुलायम कपड़े से ही पानी को पोछें। ध्यान रहें कि उस जगह पर किसी भी तरह से रगड़न ना हो वरना दिक्कत हो सकती है।

4. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं

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अक्सर घर की बुजुर्ग महिलाएं सलाह देती हैं इस समय कम पानी पीने की, लेकिन कम पानी पीने से टांके पर असर पड़ता है, इसलिए पर्याप्त मात्रा में शरीर में तरल चीजों को जाने दें ताकि आप इंफेक्शन से बच पाएं क्योंकि डिलीवरी के बाद यूटीआई के खतरे से बचने के लिए ज़रूरी है कि पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।

5. कॉटन अंडरगारमेंट्स पहनें

इस दौरान सूती के ही अंडरगारमेंट्स पहनें, जिससे हवा पास होकर इंटिमेट एरिया को सूखा रखें।

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6. सैनिटरी प्रोडक्ट्स का सही इस्तेमाल

डिलीवरी के बाद कई दिनों तक ब्लीडिंग होती रहती है, जिसके लिए सैनिटरी पैड या टैम्पॉन

का यूज़ किया जाता है लेकिन ध्यान रहें कि यह हर 4 से 6 घंटे में बदलते रहें ताकि बैक्टीरियल ग्रोथ से बच पाएं।

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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