Menopause उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का एक स्वाभाविक और सामान्य हिस्सा है, वैजिनल ड्राइनेस और हॉट फ्लैशेस जैसे लक्षणों का अनुभव होना आम है लेकिन इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है आप अपना ख्याल रख सकते हैं और मेनोपॉज की अवधि के दौरान अपने मिजाज से निपट भी सकते हैं।
यदि किसी महिला को 1 साल तक पीरियड नहीं आता है तो इसका मतलब यह हो सकता है कि यह मेनोपॉज की ओर संकेत कर रहा है। आइए आज के इस ब्लॉग में जानते हैं कि कैसे मानसिक स्वास्थ्य पर मैनु पोस्ट के प्रभाव से निपटा जाए।
Ways To Cope With The Impact Of Menopause On Mental Health
1. Yoga और Excercise
अगर आप भी मेनोपॉज वाले फेस में है तो जरूर अपनी रोजाना दिनचर्या में योगा और व्यायाम को शामिल करें रोजाना एक्सरसाइज करने से आपकी बॉडी थक जाती है, जिस कारण आपको अच्छी नींद आ जाती है। योगा करने से आपका मूड हमेशा लाइट रहेगा आप अननेसेसरी स्ट्रेस नहीं लेंगे। अपनी दैनिक दिनचर्या में योग और एक्सरसाइज को जरूर शामिल करें।
2. एक अच्छे ग्रुप का करें चुनाव
एक अच्छे समूह में शामिल होने से, न केवल मेनोपॉज के दौरान सिर के माध्यम से दौड़ने वाली कई भावनाओं को व्यक्त करने का एक तरीका मिल सकता है बल्कि उन मुद्दों के उत्तर भी मिल सकते हैं जिनके बारे में आपको पता भी नहीं पता होगा। अपने आसपास हम जैसे लोगों से जोड़ते हैं हमारे व्यवहार में भी अपने आप ऐसी चीजें आ जाती हैं, इसलिए एक अच्छे ग्रुप का हमेशा चुनाव करें।
3. Self Care को प्राथमिकता दें
अपने लिए समय निकालने से आपको आराम करने और अपनी भावनाओं से निपटने में मदद मिलेगी। यह एक मुश्किल काम हो सकता है लेकिन अपना और अपने मिजाज का ख्याल रखना आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाएगा। आप मेनोपॉज के फेस में हो या चाहे ना हो हमेशा अपनी सेल्फ केयर को अपनी फर्स्ट प्योरिटी रखनी चाहिए।
4. लाइफस्टाइल में करें बदलाव
ऐसा कहा जाता है कि मेनोपॉज फिजिकली और मेंटली दोनों तरीके से लोगों को प्रभावित करता है, इसलिए लिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ चेंज लाएं, जैसे समय पर खाना खाएं, ज्यादा बाहरी चीज ना खाएं, रेगुलर अपनी बॉडी पर ध्यान दें, हाइड्रेट रहे हैं यह छोटी-छोटी चीजें हैं जो आप अपनी लाइफ स्टाइल पर चेंज करके मेनोपॉज से आसानी से निपट सकते हैं।