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Ectopic Pregnancy: जाने एक्टोपिक प्रेगनेंसी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

क्या आप जानते हैं एक्टोपिक प्रेगनेंसी क्या होता है और यह सामान्य प्रेगनेंसी से अलग कैसे है? आइए जानते हैं इस हैल्थ ब्लॉग में कि एक्टोपिक प्रेगनेंसी होने के क्या कारण हो सकते हैं|

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Monika Pundir
29 Nov 2022
Ectopic Pregnancy: जाने एक्टोपिक प्रेगनेंसी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

Ectopic Pregnancy

Ectopic Pregnancy: क्या आप जानते हैं एक्टोपिक प्रेगनेंसी क्या होता है और यह सामान्य प्रेगनेंसी से अलग कैसे है? आइए जानते हैं इस हैल्थ ब्लॉग में कि एक्टोपिक प्रेगनेंसी होने के क्या कारण हो सकते हैं और इस दौरान आपको कैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।

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क्या होता है एक्टोपिक प्रेगनेंसी?

एक्टोपिक प्रेगनेंसी सामान्य प्रेगनेंसी से अलग होती है। इस तरह की प्रेगनेंसी में फर्टिलाइज्ड एग गर्भाशय के बाहर विकसित होता है। इस तरह की प्रेगनेंसी को अस्थानिक गर्भावस्था के नाम से भी जाना जाता है। इस प्रकार की प्रेगनेंसी में फर्टिलाइज्ड एग गर्भाशय से ना जुड़कर फेलोपियन ट्यूब या फिर एब्डोमिनल कैविटी से जुड़ जाता है। इस तरह की प्रेगनेंसी का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट और सोनोग्राफी करवाया जाता है।

जानिए इस प्रेगनेंसी से जुड़े कुछ फैक्ट के बारे में-

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1. एक्टोपिक प्रेगनेंसी में फर्टिलाइज्ड एग की असामान्य ग्रोथ, शरीर में हार्मोंस के असंतुलन के कारण या फिर 35 की उम्र के बाद गर्भधारण करने से हो सकती है।

2. इस प्रकार की प्रेगनेंसी में आपको बेहोशी, चक्कर आना, उल्टी आना, पेट में बहुत ज्यादा ऐठन होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

3. इस प्रकार की प्रेगनेंसी का पता छठे हफ्ते में ज्यादा लगता है लेकिन कुछ महिलाओं के पीरियड मिस होने के 2 से 4 हफ्ते के अंदर भी इस प्रकार के लक्षण देखे जा सकते हैं।

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4. इस प्रकार की प्रेगनेंसी से छुटकारा पाने के लिए एक छोटी सी सर्जरी की जाती है। हालांकि प्रत्येक महिला को सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती है। जिन्हें इस दौरान असहनीय दर्द होता है उन्हें ही सर्जरी की जरूरत पड़ती है। यह सर्जरी छोटी होती है और इसे करने के बाद डॉक्टर आपको जल्दी छुट्टी दे देते हैं।

5. इस प्रकार की प्रेगनेंसी को दवाओं से ही पहले ठीक किया जाता है। जिन महिलाओं में हॉर्मोन असंतुलित हो जाते हैं और उस कारण यह प्रेगनेंसी होती है उन्हें दवा देकर ही ठीक किया जाता है। यह दवाई उन्हें इंजेक्शन के रूप में दी जाती हैं। इंजेक्शन लगने के कुछ दिनों बाद तक ब्लीडिंग को देखा जा सकता है।

6. एक बार एक्टोपिक प्रेगनेंसी होने का कारण यह नहीं है कि आपको अगली प्रेगनेंसी सामान्य नहीं होगी। अगली प्रेगनेंसी में भी ऐसे ही लक्षण देखने को मिल सकते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी जरूरी नहीं है। यह हो भी सकता है और नहीं भी। हालांकि अगली प्रेगनेंसी सामान्य भी हो सकती है।

7. अगर आपके शरीर से दवाई देकर या सर्जरी करके अभी-अभी एक्टोपिक प्रेगनेंसी को खत्म किया गया है तो अगली बार गर्भधारण करने में कम से कम 3 से 4 महीने का अंतर रखें क्योंकि 3 से 4 महीने तक दवाओं का असर आपके शरीर पर रह सकता है।

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