महिलाओं के लिए प्रेगनेंसी की जर्नी बहुत खास होती है। इस समय में बहुत ही नए अनुभव करती हैं इसके साथ ही मानसिक और शारीरिक रूप से काफी बदलाव भी आते हैं। इन सब के साथ स्वभाव में भी काफी बदलते रहते हैं जैसे कभी बहुत ज्यादा गुस्सा या चिड़चिड़ापन आ जाता है। इन सबका असर बच्चे की सेहत पर भी पड़ता है। इसके साथ ही आपके लिए भी अच्छा नहीं है। आज हम बताएंगे कि कैसे आप अपने गुस्से को काबू में कर सकते हैं।
Mood Swings During Pregnancy:प्रेगनेंसी में गुस्से पर कैसे काबू करें
रेस्ट करें
जब आपकी बॉडी को पूरी तरह से रेस्ट नहीं मिलता तब भी आपको गुस्सा आने लग जाता है। इसलिए आप अच्छे से आराम करें अपनी नींद के साथ कॉम्प्रोमाइज ना करें 7 से 8 घंटे की नींद तो जरूर पूरा करें। प्रेगनेंसी में वैसे भी आपके शरीर में बहुत सारे बदलाव आते ही जैसे सूजन आ जाती है और आपके घुटनों में दर्द रहता है। आप नींद को जरूर पूरा करें इसके साथ ही बीच-बीच में 20- 30 मिनट की आप भी जरूर लेते रहें।
रिलेशनशिप मेंटेन करें
प्रेगनेंसी में आप अपने पार्टनर के साथ जितना हो सके उतना समय बिताए। इसके साथ ही परिवार भाई बहन और अपने आसपास दोस्तों के साथ जरूर बाते करें। ऐसी आप का मन है खुश रहेगा जब आप अंदर से खुश होंगे तो आपको गुस्सा कम आएगा। इसके साथ अपने साथ भी थोड़ा री कनेक्ट करें अपने हॉबीज पर ध्यान दें जो आपको अच्छा लगता है उसे जरूर करें। इससे खुद को जानने का मौका भी मिलेगा।
योग करें
योग तो बहुत जरूरी है।इससे आपका शरीर स्वस्थ भी रहेगा और आपकी जो मूड स्विंग्स होते हैं उस पर भी यह काम करेगा। जब आप अंदर से शांत होंगे तब ही आप बाहर से भी खुश रहेंगे इसलिए योग को जरूर करें। डॉक्टर की सलाह से अपने योग का टाइम सेट करें ।
स्ट्रेस मत ले
प्रेगनेंसी में भी महिलाएं बहुत चिंता करती है। जिसका आप के ऊपर तो घर आ जाए पड़ता है इसके साथ आपके बच्चे पर भी इसका असर बहुत बुरा पड़ता है । इसलिए स्ट्रेस को दूर रखें जितना हो सकता है पॉजिटिव रहें और खुश रहें। जिस चीज से आपको खुशी मिलती है चाहे वह रीडिंग हो या कोई एक्टिविटी करना हो उसे जरूर करें।
Nutritional diet
प्रेगनेंसी में न्यूट्रीशन से से भरी है जिसमें विटामिन मिनरल्स, प्रोटीन, फाइबर और मिनरल्स सब चीजे जिससे आपके शरीर को ताकत मिलेगी। इसके साथ ही जंग फूड को अवॉयड करे क्योंकि इससे स्ट्रेस बढ़ता है और आपके मूड स्विंग्स भी होते हैं। जितना हो सकता है हेल्दी और न्यूट्रीशन फूड ही खाएं।
आइसोलेट मत रहे
प्रेगनेंसी में अक्सर महिलाएं आइसोलेट रहती हैं जैसे अपने कमरे में बैठे रहना अपने जोन में रहना किसी से ज्यादा बात नहीं करना और लोगों से ज्यादा मिलना नहीं लेकिन ऐसा मत करें। जितना हो सकता है अपने आप के साथ ही आप या जिनके साथ आपको खुशी मिलती है उनके साथ समय बिताएं। अकेले में आपको शायद हो सकता है यहां आपको ऐसे और भी बहुत सारे इमोशन से रिलेटेड बदलाव आ सकते हैं इसलिए आइसोलेट मत रहे।