Benefits Of Laugh: फिट रहना और खुश रहना किसको नहीं पसंद होता है। लेकिन ये दोनों चीजें आपकी एक एक्टिविटी की आसानी से हो सकता है और वो एक्टिविटी है खुश रहना। आपकी हंसी और मुस्कुराहट आपके शरीर को फिट रखती है और साथ ही आपकी लाइफ में सकारात्मकता को भी बढ़ाती है। इसलिए जितना ज्यादा हो सके खुश रहने और हंसने की कोशिस करनी चाहिए। रिपोर्ट्स की मानें तो आप जितना ज्यादा हंसते हैं आपको दवाइयों की जरूरत उतनी ही कम पड़ती है। इसलिए हँसना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। यहाँ तक कि योगा और एक्सरसाइज में भी हंसने को इसीलिए शामिल किया गया है।
जानिए आखिर खुलकर हँसना जरूरी क्यों होता है
1. इमोशंस के लिए फायदे
खुलकर हंसने से हमें खुशी, जॉय और मनोरंजन जैसी स्थिति का अनुभव होता है। खुलकर हंसने से एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो हमारे माइंड के लिए नेचुरल मूड-बूस्टिंग कैमिकल है। हंसने से स्ट्रेस कम करने में हेल्प मिलती है और मानसिक स्थिति में सुधार होता है।
2. फिजिकल हेल्थ के लिए फायदे
खुलकर हंसने के कई शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। यह एंटीबॉडी के उत्पादन को बढ़ाता और पइम्यून सेल्स को एक्टिव करता है जो बीमारियों को रोकने और ओवर आल हेल्थ को ठीक करने में सहायता करती हैं हंसने से ब्लड फ्लो और ऑक्सीजन में वृद्धि से हार्ट हेल्थ में भी सुधार होता है।
3. स्ट्रेस को कम करता है
खुलकर हंसना एक नेचुरल स्ट्रेस रिलीविंग प्रोसेस है। यह शरीर में कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन के स्तर को कम करने में हेल्प करता है। जब हम हंसते हैं, तो हम पल भर के लिए खुद को अपनी स्ट्रेस और वोरीज से और डेली चैलेंजेस से दूर क्र लेते हैं।
4. कम्यूनिकेशन बेहतर होता है
खुलकर हंसने से कम्यूनिकेशन में सुधार हो सकता है और बातचीत करना आपके लिए और ज्यादा अच्छा हो सकता है। यह एक सकारात्मक और आरामदायक माहौल पैदा करने में हेल्प करता है, जिससे दूसरों के साथ बात करना ज्यादा आरामदायक हो सकता है।
5. सेल्फ रिस्पेक्ट बढ़ती है
खुलकर हंसने से सेल्फ-रिस्पेक्ट और आत्म-विश्वास बढ़ा सकता है। यह हमें सेल्फ आत्म-चेतना को छोड़ने को गले लगाने की अनुमति देता है। जब हम हंसते हैं तो हम अधिक सहज महसूस करते हैं और अपनी कमियों को एक्सेप्ट करते हैं। हंसने से हमारे अन्दर का सोशल फियर और असुरक्षा कम हो जाती है।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।