Symptoms and remedies of valley fever: कोरोना से उभरे हुए कुछ समय बीते ही थे कि कई तरह के संक्रमण देश और दुनिया में फिर से दहशत फैला रहे हैं। उनमें से एक है Valley फीवर। यह कोक्सीडियोइड्स नामक फंगस के कारण होता है। इस फीवर के फैलने का करण फंगस युक्त धूल है। जिसमें सांस लेने से लोगों या जानवरों के फेफड़े संक्रमित हो सकते हैं। इस संक्रमण से अमेरिका के कैलिफोर्निया के कई लोग चपेट में आ चुके हैं। हालांकि शुक्र की बात है कि भारत में अब तक इसके कोई भी मामले सामने नहीं आए हैं। बात करें इसके घातक होने की तो इससे संक्रमित लोगों में से 1% ही लोग इसके गंभीर चपेट में आते हैं। इसका सबसे गंभीर रुप कोक्सीडायोडोमाइकोसिस है, जो त्वचा, हड्डियों, लिवर, ब्रेन, हार्ट की सुरक्षा करने वाली झिल्ली तक फैल जाता है। जिससे यह फीवर घातक साबित हो जाता है।
Valley फीवर के लक्षण और बचाव के तरीके
इस संक्रमित बीमारी के कई लक्षण नजर आते हैं जैसे- बुखार, खांसी, थकान, सिरदर्द, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में तकलीफ आदि। हालांकि कुछ चीजों को अपनाकर आप इस संंक्रमण से खुद का बचाव भी कर सकते हैं।
1.N 95 मास्क का इस्तेमाल करें
उन हिस्सों में जहां इस संक्रमण के खतरे हैं, वहां जब भी जाएं खुद को फंगल स्पोर्स के संपर्क से सुरक्षित रखने के लिए एन95मास्क का इस्तेमाल ज़रुर से ज़रुर करें।
2.धूल, मिट्टी से बचें
यह फीवर ऐसे फंगस के कारण होते हैं जो खासतौर पर मिट्टी और गंदगी में उगते हैं। इसलिए बागवानी और खुदाई जैसी गतिविधियों के जरिए धूल में आने से खुद को बचाने की कोशिश करें।
3.हाइजीन मेंटेन करें
अच्छी व्यक्तिगत स्वच्छता स्वयं को संक्रमण जैसी बीमारियों से बचाने का सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है। जिसे ध्यान में रखते हुए हाइजीन ज़रुर मेंटेन करें। संक्रमित जगहों से आने के बाद नियमित रुप से अपने हाथ को धोएं जो आपको स्वास्थ्य जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है।
4.घरों में एयर फिल्टर का उपयोग करें
एयर फिल्टर हवा से एलर्जी और कणों को हटाने में मदद करता है साथ ही यह बीमारी और परेशानी का कारण बनने वाले प्रदूषक को हटा कर श्र्वसन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। जिससे स्वास्थ्य संबंधी जोखिम कम होते हैं और कई तरह के संक्रमण से खुद को बचाया भी जा सकता है।