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धुम्रपान की आदत को छोड़ना बहुत मुश्किल है। इसके लिए बहुत स्ट्रॉन्ग विल पावर की जरूरत होती है। हम धुम्रपान के नुकसान जानते हुए भी इसे छोड़ नहीं पाते हैं। हर साल मार्च के दूसरे बुधवार को 'No Smoking Day' मनाया जाता है ताकि इसके दुष्प्रभावों के बारे में अवेयरनेस फैलाई और इस बुरी आदत को रोका जा सके। लंबे समय तक धूम्रपान करने से आपकी लाइफस्टाइल की गुणवत्ता कम होने लग जाती है और सेहत पर बुरे प्रभाव पड़ने लगते हैं। आज हम आपके साथ शेयर करेंगे कि महिलाओं के लिए स्मोकिंग की आदत क्यों बुरी है और उनकी सेहत पर इसके क्या बुरे प्रभाव पड़ते हैं
कैसे धूम्रपान की आदत महिलाओं की दुश्मन है?
एक रिपोर्ट के अनुसार, "प्रतिदिन दो या अधिक पैकेट सिगरेट पीने वाली महिलाओं में फेफड़े के कैंसर से मरने का जोखिम उन महिलाओं की तुलना में 20 गुना अधिक है जो धूम्रपान नहीं करती हैं।"
धूम्रपान और प्रेगनेंसी
धूम्रपान के कारण प्रेगनेंसी में बहुत मुश्किलें आती हैं। इस दौरान स्मोकिंग करना आपके बच्चे के लिए बहुत ज्यादा घातक हो सकता है। अगर आप प्रेगनेंसी के शुरुआत में ही स्मोकिंग छोड़ देते हैं तो यह आपके लिए सबसे अच्छी चीज होगी। सबसे पहली बात तो धूम्रपान के कारण प्रेग्नेंट होने में मुश्किलें आ सकती हैं लेकिन अगर आप फिर भी प्रेग्नेंट हो जाते हैं तो आपके बच्चे की हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। प्रेगनेंसी के दौरान धूम्रपान करने से मिसकैरेज हो सकता है। इसके साथ ही Ectopic pregnancy और प्लेसेंटल में गड़बड़ी हो सकती है। बच्चा समय से पहले पैदा हो सकता है और प्रेगनेंसी के दौरान या फिर डिलीवरी के समय ब्लीडिंग हो सकती है। बच्चे के जन्म के समय उसमे कोई दोष हो सकता है।
मेनोपॉज जल्दी हो सकती है
धुम्रपान के कारण मेनोपॉज जल्दी हो सकती है। रिसर्च से के अनुसार, जो महिलाएं समय से पहले मेनोपॉज का अनुभव करती हैं, उनमें समय से पहले मृत्यु, कॉग्निटिव गिरावट, ऑस्टियोपोरोसिस, हृदय रोग और अन्य प्रतिकूल स्वास्थ्य परिणामों का खतरा बढ़ जाता है। जो महिलाएं धुम्रपान करती हैं उनमें सामान्य 1 से 2 साल पहले हो मेनोपॉज होने का खतरा रहता है। इसके साथ ही उन्हें मेनोपॉज में होने वाले लक्षण भी काफी बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं। जल्दी मेनोपॉज का खतरा सिगरेट की संख्या और धूम्रपान के सालों के साथ भी बढ़ता है।
पीरियड्स में ज्यादा परेशानी होगी
इसके साथ ही और धुम्रपान का प्रभाव महिलाओं के मेंस्ट्रूअल साइकिल के ऊपर भी पड़ता है। उन महिलाओं को पीरियड के दौरान ज्यादा दर्द और परेशानी का अनुभव हो सकता है जो धूम्रपान करती हैं। धूम्रपान करने से Estrogen लेवल कम हो जाता है जिसके कारण मूड स्विंग्स होने लग जाते हैं, थकावट रहने लगती है और वजाइनल ड्राइनेस की समस्या भी हो सकती है।
ऑस्टियोपोरोसिस का ख़तरा
धूम्रपान से हड्डियाँ कमज़ोर होती हैं, जिससे ख़ास तौर पर मेनोपॉज के बाद ऑस्टियोपोरोसिस का ख़तरा बढ़ जाता है। धूम्रपान करने वाली महिलाओं में हड्डियाँ कमज़ोर होने और फ्रैक्चर होने की संभावना ज़्यादा होती है, क्योंकि धूम्रपान से Bone Mineral Density कम होती है और कैल्शियम अवशोषण में समस्या आती है।
अन्य जोखिम
इन खतरों के अलावा धुम्रपान करने से कैंसर होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। फेफड़ों के कैंसर होने की सबसे बड़ी वजह स्मोकिंग होती है। महिलाओं में दिल की बीमारियों का खतरा भी धुम्रपान करने से बढ़ जाता है और एंग्जायटी और डिप्रेशन के लक्षण भी बहुत बुरी तरह प्रभावित होते हैं जिससे मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।