These Diseases Cause Infertility In Women: आजकल खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान के कारण महिलाओं में स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं देखने को मिल रही हैं। उन्हीं में से एक है- इनफर्टिलिटी की समस्या। जिससे अधिकतर महिलाएं आज पीड़ित हैं। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं। इनफर्टिलिटी से पीड़ित महिलाओं का गर्भधारण करना काफी मुश्किल हो जाता है, इसलिए यह जानना बेहद जरूरी है कि यह समस्या महिलाओं में किन बीमारियों से होता हैं, ताकि समय रहते इसका उपचार कर इनफर्टिलिटी की समस्या से बचा जा सकें।
ये 10 बीमारियां जो महिलाओं में बनती हैं इनफर्टिलिटी का कारण
1. हार्मोन असंतुलन
इनफर्टिलिटी का एक बड़ा फैक्टर हार्मोन असंतुलन भी होता है। खासकर महिलाओं में हार्मोन अधिकतर असंतुलित होते रहते हैं, जो थायराइड, हाइपरप्रोलैक्टिनीमिया, पीरियड साइकल या ओव्यूलेशन में बाधा उत्पन्न करते हैं।
2. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
पीसीओएस एक हार्मोनल डिसऑर्डर है, जिससे अधिकतर महिलाएं पीड़ित रहती हैं। इस समस्या के कारण पीरियड साइकल इरेगुलर होने लगते हैं। साथ ही महिलाओं में एंड्रोजन हार्मोन बढ़ने लगता है। जिससे अंडाशय के आसपास छोटी-छोटी गांठ बननी शुरू हो जाती है, जो आगे चलकर इनफर्टिलिटी का कारण बनती है।
3. गर्भाशय संबंधी समस्या
महिलाओं के बेहतर प्रजनन स्वास्थ्य के लिए गर्भाशय का सही होना बेहद ज़रूरी है, लेकिन कई बार गर्भाशय में फाइब्रॉयडस, पॉलीप्स जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है, जो गर्भधारण में दिक्कत का कारण बनने के साथ-साथ मिसकैरेज के जोखिम को भी बढ़ा देती है।
4. उम्र
हेल्दी प्रेग्नेंसी के लिए ज़रूरी है कि सही उम्र के अंदर प्रेग्नेंसी कंसीव कर ली जाएं, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ फर्टिलिटी पर असर होने लगता है। आमतौर पर 35 की उम्र के बाद अंडों की गुणवत्ता और मात्रा में कमी आने लगती है।
5. वजन से जुड़े कारक
वजन भी इनफर्टिलिटी का एक बड़ा फैक्टर है। आमतौर पर जिन महिलाओं को वजन से जुड़ी समस्याएं होती हैं। उनमें हार्मोंन असंतुलित होते रहते हैं, जिस कारण ओव्यूलेशन भी बुरी तरह से प्रभावित हो जाती हैं।
6. लाइफस्टाइल
इनफर्टिलिटी में खराब लाइफस्टाइल का भी योगदान होता है। यही कारण है कि ज्यादातर लोग आज इनफर्टिलिटी की समस्या से जूझ रहे हैं। इसके पीछे खराब खान-पान, स्मोकिंग, अल्कोहल का सेवन जिम्मेदार होते हैं। जो प्रजनन स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं।
7. एंडोमेट्रियोसिस
एंडोमेट्रियोसिस भी इनफर्टिलिटी की समस्या का एक कारण है, क्योंकि यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें ऊतक गर्भाशय की परत के सामान बाहर की तरफ बढ़ने लगते हैं। जिससे अंडाशय प्रभावित हो जाती है।
8. जेनेटिक कारक
कई महिलाओं में टर्नर सिंड्रोम देखने को मिलता है, जो अनुवांशिक कारक होते हैं। जिससे इनफर्टिलिटी की समस्या देखने को मिलती है, क्योंकि यह फर्टिलिटी को प्रभावित कर देते हैं।
9. क्रॉनिक स्थिति
यदि आप डायबिटीज या ऑटोइम्यून डिसऑर्डर से पीड़ित हैं या किसी प्रकार के संक्रमण जैसे एसटीआई से संक्रमित हैं, तो यह आपके प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
10. अंडे के उत्पादन में कमी
अंडे की खराब गुणवत्ता भी महिलाओं में इनफर्टिलिटी का मुख्य कारण बनते हैं। यह कई कारणों से हो सकते हैं, जिसमें हार्मोन असंतुलन भी जिम्मेदार होते हैं।
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