लुब्रीकैंट्स एक बहुत ही कमाल की चीज़ है जो सेक्स को बहुत ही मज़ेदार बना देते है। इसका इस्तेमाल हमें सेक्स के दौरान ज़रूर करना ताकि हम सेक्स के समय दर्द को कम कर सकें। यह ऐसे प्रोडक्ट जिनका काम सेक्शूअल ऐक्टिविटीज़ के दौरान फ़्रिक्शन को कम करना है जैसे हस्तमैथुन और इंटरकोर्स आदि। यह आपका प्लेज़र और कम्फ़र्ट बड़ाती है जिससे आप अपने इंटिमेट पलों को ज़्यादा आनंद ले पाते है।
Choice Of Lubricants: इस्तेमाल करते समय किन बातों का रखें ध्यान
लुब्रीकैंट्स कितने तरह का होता है-
वॉटर बेस्ड लुब्रीकैंट्स
यह ऐसे लुब्रीकैंट्स होते है जो सबसे ज़्यादा आम होते है। इनको recommend भी ज़्यादा किया जाता है। इसका इस्तेमाल कांडम्ज़ और सेक्स टॉय्स के साथ किया जाता है। इन्हें साफ़ करना भी आसान होता है। इसमें ग्लिसरन, parabens और fragrances शामिल है जो बिना किसी नुक़सान पहुँचाने वाली चीज़ से मुक्त होते है।
सिलिकोन बेस्ड लुब्रीकैंट्स
यह भी एक तरह लुब्रीकैंट्स होते जो काफ़ी ज़्यादा इस्तेमाल किए जाते है। यह काफ़ी लंबे समय तक चलते हैं और काफ़ी स्मूथ होते है। इनका इस्तेमाल कड़ोम के साथ किया जाता है। इस बात का ध्यान ज़रूर रखें कि इन्हें सेक्स टॉय्स के साथ मत इस्तेमाल करें।
ओईल बेस्ड़ लुब्रीकैंट्स
इसमें काफ़ी प्राकृतिक ऑप्शन भी मजूद है जैसे नारियल का तेल और बादामों का तेल आदि। इन्हें भी कई लोग लुब्रीकैंट्स के तौर पर इस्तेमाल करते हैं।इनका इस्तेमाल सुरक्षित होता है लेकिन अगर आप condom पर इनका इस्तेमाल कर रहे है तो इससे उसका लेटेक्स कमजोर हो सकता है जिससे उसके टूटने का डर रहता है। इसलिए ऐसे लुब्रीकैंट्स के साथ नॉन लेटेक्स condoms का इस्तेमाल करें।
हाइब्रिड लुब्रीकैंट्स
यह लुब्रीकैंट्स वॉटर और सिलिकोन बेसड लूब्ज़ का मिश्रण होता है जो लम्बे समय तक चलता है। इसके साथ काफ़ी सिल्की भी होते है। इसके इस्तेमाल दौरान इसे चेक ज़रूर कर लें की इसमें कोई हार्म्फ़ुल चीज़ ना हो।
कैसे करें सही lube का इस्तेमाल
- सबसे पहले लेबल को अच्छी तरह से पड़े। इसमें कोई हार्म्फ़ुल चीजें जैसे ग्लिसरन, parabens और fragrances शामिल नहीं है।
- सेंस्टिव और ऐलर्जी से अगर आप सम्बंध रखते है तो इसके इस्तेमाल से पहले अपनी बॉडी के पार्ट्स यानी आर्म पर लगाकर चेक कर लें।
- कई तरह के लुब्रीकैंट्स मार्किट में मजूद है आप अपने हिसाब से उसे ख़रीदे।
- इन्हें अच्छी तरह से किसी ठंडी और ड्राई प्लेस पर रखें यहाँ ओर सीधी धूप मत पड़ें।
- शुरू में बिल्कुल काम मात्रा में इस्तेमाल करें। जितनी ज़रूरत है उतना ही इस्तेमाल करें।
- जब लगे अब ज़रूरत है तब द्वारा इस्तेमाल कर लें। जितना आपको प्लेज़र के लिए कम्फ़र्ट के लिए चाहिए लगा ले।