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Tiredness In Pregnancy: गर्भावस्था एक ऐसा अनुभव है जो एक महिला के शरीर, मन और भावनाओं तीनों को पूरी तरह से बदल देता है। इस दौरान बहुत सी महिलाएं शिकायत करती हैं कि उन्हें दिनभर थकान महसूस होती है, जैसे शरीर में बिल्कुल भी ऊर्जा न बची हो। सुबह उठने से लेकर रात तक हर काम भारी लगने लगता है, और कभी-कभी बिना कोई काम किए भी ऐसा महसूस होता है कि शरीर टूट गया हो। सवाल ये उठता है कि आखिर इस लगातार थकान की वजह क्या है?
गर्भावस्था में हर वक्त थकान क्यों महसूस होती है?
शरीर के अंदर चल रहा है एक बड़ा परिवर्तन
गर्भधारण के साथ ही आपके शरीर के अंदर कई जैविक प्रक्रियाएं शुरू हो जाती हैं। हार्मोन्स का स्तर अचानक से बढ़ता है, खासतौर पर प्रोजेस्ट्रोन नामक हार्मोन का। यह हार्मोन गर्भावस्था को सुरक्षित बनाए रखने में मदद करता है, लेकिन इसका एक असर यह भी होता है कि यह शरीर को अधिक थका हुआ और नींद से भरा हुआ बना देता है।
सिर्फ हार्मोन ही नहीं, बल्कि शरीर में खून की मात्रा भी तेजी से बढ़ रही होती है ताकि शिशु तक पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण पहुंच सके। इस बढ़ी हुई खून की मात्रा को पंप करने के लिए दिल को पहले से ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे थकावट और ज्यादा बढ़ जाती है।
आपके शरीर की ऊर्जा दो जिंदगियों में बंट रही है
एक और बेहद महत्वपूर्ण कारण ये है कि अब आपका शरीर सिर्फ आपके लिए काम नहीं कर रहा, बल्कि आपके अंदर पल रही एक नई ज़िंदगी के विकास के लिए भी ऊर्जा लगा रहा है। यही वजह है कि पहले जो काम आप आसानी से कर लेती थीं, वही अब थकाने लगते हैं। शरीर की प्राथमिकता अब बच्चे का विकास बन जाती है, और ऐसे में आपकी ऊर्जा खुद के शरीर के लिए कम पड़ने लगती है।
यह थकान गर्भावस्था के हर चरण में अलग-अलग रूप में सामने आती है। पहले तीन महीने यानी पहले ट्राइमेस्टर में यह थकान सबसे अधिक होती है, क्योंकि शरीर को नई स्थिति के लिए ढलना होता है। दूसरे ट्राइमेस्टर में थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन तीसरे ट्राइमेस्टर में फिर से शरीर भारी हो जाने और नींद की कमी के कारण थकान लौट आती है।
मानसिक थकान भी है इसका हिस्सा
गर्भावस्था के दौरान शारीरिक थकान के साथ-साथ मानसिक थकान भी एक बहुत बड़ा कारण होती है। एक नई जिम्मेदारी की शुरुआत, बार-बार डॉक्टर के पास जाना, अपने शरीर में हो रहे बदलावों को समझना, डिलीवरी की चिंता, काम और घर के बीच संतुलन ये सब मिलकर एक मानसिक बोझ सा बना देते हैं। और जब मन थका हुआ होता है, तो शरीर अपने आप थकावट महसूस करने लगता है।
कई बार इस थकान की वजह से महिलाएं खुद को दोष देने लगती हैं कि वे ‘कमज़ोर’ हो गई हैं या वे पहले जैसी एक्टिव क्यों नहीं रह पा रहीं। लेकिन असलियत ये है कि ये थकान न सिर्फ सामान्य है, बल्कि यह इस बात का संकेत भी है कि आपका शरीर एक चमत्कारी काम कर रहा है एक जीवन को जन्म देने का।
क्या थकान से राहत पाना संभव है?
बिलकुल। पर्याप्त नींद लेना, हल्का-फुल्का व्यायाम, पौष्टिक आहार और थोड़ी-थोड़ी देर पर आराम करना इस थकान को कम कर सकता है। साथ ही, घरवालों से मदद लेना और खुद को मानसिक रूप से शांत रखना भी बेहद जरूरी है। अगर थकान हद से ज्यादा बढ़ जाए, चक्कर आने लगें, या सांस लेने में तकलीफ हो तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि यह खून की कमी (एनीमिया) या थायरॉइड जैसी समस्याओं का संकेत हो सकता है।
थकान है, क्योंकि आप किसी महान कार्य में लगी हैं
गर्भावस्था में हर वक्त थकान महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए। यह आपके शरीर की एक भाषा है, जो आपसे कह रही है 'थोड़ा ठहरो, आराम करो, और खुद का ख्याल रखो।’ इस वक्त अपने शरीर को समझना, उसे वक्त देना, और खुद के लिए कोमल होना सबसे जरूरी है।
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