जब से हम जन्म लेते है तब से हमारा टीकाकरण शुरू हो जाता है।यह हमारे लिए बहुत ज़रूरी है। हमें किसी भी वैक्सीन को छोड़ना नहीं चाहिए।यह हमारी अच्छी सेहत के लिए बहुत ज़रूरी होती है।आज हम बात करेंगे ऐसी वैक्सींज़ की जो महिलाओं को 20 की उम्र तक करवा लेनी चाहिए-
वैक्सिनेशन क्या है?
WHO के अनुसार वैक्सिनेशन बीमारियों से बचने का एक सरल, अच्छा और प्रभावी तरीक़ा है।यह शरीर के प्राकृतिक सुरक्षा के साथ काम करके बीमारी होने के रिस्क को कम करती है।
Vaccine For Women: 3 ऐसी वैक्सींज़ जो आपको अपनी 20 की उम्र में लगवा लेनी चाहिए-
1.एचपीवी(HPV) वैक्सीन- यह भारत की पहली (qHPV) यानी क्वाड्रिवेलेंट ह्यूमन पैपिलोमावायरस वैक्सीन है जिसे महिलाओं को ग्रीवा कैन्सर से बचाने के बनाया गया है।यह दूसरा सबसे प्रचलित कैन्सर है।एचपीवी वैक्सीन लेने ले आपका बचाव लंबे समय तक रहता है।
ह्यूमन पेपिलोमा वायरस वैक्सीन HPV वायरस के ख़िलाफ़ लगाई जाती है।एचपीवी वायरस बहुत सी बीमारीयों का कारण बनता है जैसे-
-सर्विकल कैन्सर
-योनि का कैन्सर
-वाल्वा कैन्सर
-एनल कैन्सर
ऐसे और भी बहुत से रोग है जिनका यह वायरस कारण बनता है।
आयु सीमा- इस को आयु सीमा 9 साल से 26 होती है।
2.हेपेटाइटिस बी टीका-
यह टीका हेपेटाइटिस बी टीके के अंशो से बनाया जाता है।जिसके कारण यह वायरस उत्पन नहीं होता।जिन्होंने यह टीका अभी तक नहीं लगवाया हैं उन सभी 19 साल के कम किशोरों के यह टीका लगाया जाना चाहिए।
हेपेटाइटिस बी एक लीवर से सम्बंधित रोग है। यह रोग हेपेटाइटिस बी वायरस के कारण होता है। इसमें आपको बुख़ार, थकान, भूख ना लगना और उल्टी जैसे लक्षण दिखाई देते है। आपके पेट में दर्द होता है।
इस वैक्सीन को लगाने की आयु सीमा 19-59 है।
3.इन्फ्लूएंजा वैक्सीन
यह वैक्सीन आपको इन्फ्लूएंजा से आपको बचाती है।गर्भवती महिलाओं और बच्चों में इसका ख़तरा अधिक होता है।ये रोग एक व्यक्ति से दूसरे तक फैलता है। इसमें आप को छींके, ख़ासी आदि लक्षण दिखाई देते है जिससे यह एक व्यक्ति से दूसरे तक फैलता है।
इसको ए,बी और सी तीन भागों में बाँटा गया है।
इसमें आपको नीचे दिए लक्षण दिखाई देते है-
-बुख़ार
-खांसी
-गले में दर्द
-नाक बहना
-सिरदर्द
यह टीका दो प्रकार का होता है-
-इंजेक्शन वैक्सीन
-स्प्रे वैक्सीन
6 महीने से 50 साल की उम्र के बीच यह टीका लगवाया जा सकता है।