आज कल के लाइफस्टाइल में ब्लड प्रेशर की समस्या काफी आम हो गई है। लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि ब्लड प्रेशर की समस्या खास कर हाई ब्लड प्रेशर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना लाभकारी हो सकता है। आईये डिटेल में जाने इसके बारे में-
Water In High BP
इतना याद रखें की हाई बीपी की समस्या कोनजरअंदाज़ करना आपके हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। रिसर्च के मुताबिक भारत के लगभग 30 प्रतिशत युवाओं को हाई बीपी की समस्या का सामना करना पड़ता है। इस समस्या से जूझने वाले व्यक्तियों को अपने डाइट और अपनी लाइफस्टाइल का खास ख्याल रखना होता है। ज्यादातर पाया गया है कि 34 % शहरी इलाकों में तो वही 28 % ग्रामीण इलाकों में लोगों को बीपी की समस्या होती है। उनमें भी महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में यह समस्या 3 % अधिक पाई जाती है।
पानी से भी दूर होगी हाई ब्लड प्रेशर की समस्या
हाल ही में एक एक्सपर्ट ने बताया है कि पानी पीने से भी हाई ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है।
The mirror के मुताबिक, इंग्लैंड की एमडी डॉक्टर मोनिका वासरमैन ने कहा," ओवनरऑल न्यूट्रिशन एक्सपर्ट होने के मुताबिक मैं हमेशा अपने पैशेंट को रोजाना आठ गिलास पानी पीने की सलाह देती हूं।"
दरअसल, पानी खून को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है (टॉक्सिन को बाहर निकालना) और अतिरिक्त सोडियम को भी शरीर से बाहर निकालता है क्योंकि सोडियम बीपी को हाई करने के जोखिम को बढ़ाता है। कई लोगों को इस बात का पता नहीं होगा कि क्रैनबेरी जूस भी हाई बीपी को कम करने में मदद करता है. क्रैनबेरी का रस विटामिन सी में हाई होता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट सूजन से लड़ने में मदद करते हैं, रक्त प्रवाह को बढ़ावा देते हैं और ब्लड वेसिल्स को आराम पहुंचाते हैं। इन सभी से ब्लडप्रेशर लेवल कम होता है।
खाने पर दें विशेष ध्यान
सिर्फ पानी ही नहीं बल्कि हाई ब्लड प्रेशर के मरीज़ को अपने खानपान का भी विशेष ध्यान देना चाहिए। फैट वाली मछली जिसमें सैल्मन, टूना, ट्राउट, सार्डिन, हेरिंग और मैकेरल शामिल होना चाहिए। फैट वाली मछली ओमेगा -3 फैटी एसिड का काफी अच्छा सोर्स हैं. जिससे ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा खाने में हेल्दी आइटम्स को शामिल करें और भूत ज्यादा मसालेदार, चटपटा और तैलीय भोजन से परहेज करें।
हाई बीपी के बारे में कुछ बातें
हाई बीपी का अर्थ है कि आपका हार्ट अपने औसत तेज़ी से अधिक तेज़ ब्लड को पंप करने लगे तो वह हाई ब्लड प्रेशर की समस्या बन जाता है। तेज़ी से ब्लड वेसल्स में ब्लड का पंप होने से शरीर के कई अंगों जैसे किडनी, हार्ट, दिमाग और आँखों पर प्रेशर पड़ने लगता है। जिससे हार्ट अटैक, धड़कनों का रुकना , धमनी की बीमारी, दिमाग की बीमारी और नसों पर दबाव की समस्या उत्पन्न होती है।