ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है। इसके प्रति बहुत से जागरूकता कार्यो पर काम भी किया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों में इसके लक्षणों के प्रति जागरूकता फैल सके। आजकल आपको सोशल मीडिया और इंटरनेट पर ब्रेस्ट कैंसर से जुड़ी तमाम जानकारियां आसानी से मिल सकती हैं। लेकिन हर जानकारी पर बिना विचार करें विश्वास करना खतरनाक हो सकता है। ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े ऐसे बहुत से मिथक है जिन्हें हम अक्सर सच मान लेते हैं। ऐसा करना खतरनाक साबित हो सकता है। आइए जानते हैं ब्रेस्ट कैंसर से जुड़े कुछ कॉमन मिथकों के बारे में जिनपर आपको भरोसा नहीं करना चाहिए।
1. ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर होता है?
यह ब्रेस्ट कैंसर के बारे में बहुत ही कॉमन मिथ है। लोगों को लगता है की ब्रा पहनने से या फिर रात मे ब्रा पहनकर सोने से ब्रेस्ट कैंसर होता है। जबकि इस बात का कोई भी वैज्ञानिक प्रूफ नहीं है। इसलिए इस बात पर विश्वास करना बिल्कुल गलत है।
2. ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ महिलाओं को होता है?
ब्रेस्ट कैंसर को लेकर एक बहुत सामान्य धारणा यह भी है कि ये सिर्फ महिलाओ को ही होता है जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। ब्रेस्ट कैंसर पुरुषों को भी होता है इसलिए पुरुषों को इसके लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ब्रेस्ट कैंसर किसीको भी किसी भी उम्र में हो सकता है।
3. डिओडरेंट्स के कारण होता है ब्रेस्ट कैंसर?
यह भी बहुत कॉमन मिथ मे से एक है कि डिओडरेंट्स के कारण ब्रेस्ट कैंसर होता है। लेकिन इस बात को सिद्ध करने के लिए भी कोई वैज्ञानिक प्रूफ मोजूद नहीं है।
4. ब्रेस्ट कैंसर में ब्रेस्ट में गांठ बनती है?
ब्रेस्ट कैंसर में ब्रेस्ट मे गांठ का बनना इसके कॉमन लक्षणों में से एक है लेकिन हर बार ऐसा संभव नहीं होता है। ब्रेस्ट कैंसर के शुरुवाती लक्षणों में हमेसा ब्रेस्ट में गांठ नहीं बनती है।
5. ब्रेस्ट कैंसर कि फैमिली हिस्ट्री का होना जरूरी है ?
अगर आप यह सोचकर ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों को नजरअंदाज कर रहे कि आपके परिवार में इसकी कोई हिस्ट्री नहीं है तो आप गलत है। ब्रेस्ट कैंसर होने के लिए इसकी फैमिली हिस्ट्री का होना जरूरी नहीं होता है।आधिकतर केसेस में इसकी कोई फॅमिली हिस्ट्री नहीं देखी जाती है।