मेनोरेजिया के बारे में जानना है जरूरी:
पीरियड्स महिलाओं के जीवन में होने वाली एक सामान्य और जरूरी क्रिया है। यह महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है। लेकिन हमारी दिनचर्या, खान-पान, वातावरण और अन्य चीजों के कारण महिलाएं अनियमित पीरियड्स का शिकार हो रही हैं। प्रत्येक महिला का पीरियड्स के संबंध में अपना एक अनुभव होता है। कोई अधिक दर्द महसूस करती है अथवा किसी को दर्द होता ही नही हैं। किसी को इस दौरान आधिक रक्तस्त्राव होता है तो किसी के लिए वह रक्तस्त्राव सामान्य होता है। ऐसी ही पीरियड्स से जुड़ी एक समस्या है, जिसे मैनोरेजिया कहा जाता है।
क्या है मेनोरेजिया?
मनोरेजिया पीरियड्स के दौरान होने वाला अत्यधिक रक्तस्त्राव है, जिसे अक्सर महिलाएं सामान्य समझने की गलती करती हैं। मनोरेजिया में महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अत्यधिक रक्तस्त्राव होता है या फिर रक्तस्त्राव काफी दिनों तक चलता है। रक्तस्त्राव के साथ खून के बड़े-बड़े थक्के भी देखने को मिलते हैं। मेनोरेजिया के कारण महिलाओं के शरीर में ऊर्जा कम हो जाती है और उन्हें काफी थकान महसूस होती है। आधिक खून जाने के कारण अनीमिया जैसी समस्याएं भी देखने को मिलती हैं।
यह कैसे करता है प्रभावित?
सिर्फ शारीरिक रूप से ही नही मेनोरेजिया महिलाओं को मानसिक तौर पर भी प्रभावित करता है। इसके कारण महिलाएं अक्सर एंग्जाइटी, तनाव और अवसाद का शिकार होती है।
कैसे होता है मेनोरेजिया?
मेनोरेजिया का मुख्य कारण शरीर में हॉर्मोनल इम्बेलेंस का होना है। प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा जब प्रभावित होती है तो यह अधिक रक्तस्त्राव का कारण बनती है। इसके साथ ही अगर थाइरॉयड ग्रंथि के हार्मोन में भी बदलाव आता है तो भी यह अधिक रक्तस्त्राव का कारण होता है।
क्या है लक्षण?
1.अगर आपको पीरियड्स के दौरान होने वाला रक्तस्त्राव नही है और यह आपकी सहनीयता से बाहर है।
2. सामान्य मानें तो पीरियड्स को दौरान एक महिला में 30-40 लीटर खून की कमी हो जाती है लेकिन मेनोरेजिया में यह मात्रा 80 लीटर तक जाती है।
3. मेनोरेजिया में आपको 1 से 2 सप्ताह तक पीरियड्स हो सकते हैं।
4. इस दौरान आपको हर घंटे पैड बदलने की आवश्यकता महसूस हो सकती हैं।
5. कम रक्तस्त्राव के साथ आपके पीरियड्स 1 से 2 महीने तक रह सकते हैं।
6. आपको एनीमिया की शिकायत भी हो सकती है।
अगर यह सभी लक्षण आप खुद में महसूस कर रही हैं तो अपने डॉक्टर से अवश्य परामर्श करें।