What Is MPox? कोरोना के बाद दुनियाभर में फैल रहे मंकीपॉक्स वायरस ने लोगों की चिंता बढ़ा दी हैं। यह एक संक्रामक बीमारी है, जो सबसे पहले बंदरों में पाई गई थी। जिसका नाम पहले मंकीपॉक्स रखा गया था, हालांकि इस नाम को गलत माना गया और बाद में इसका नाम MPox दिया गया। अफ्रीकी देश में आतंक मचाने के बाद अब यह पूरे दुनिया में घुसपैठ कर चुका है। जिसे देखते हुए WHO ने अफ्रीका में सार्वजनिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। इसका भयंकर प्रकोप कई अफ्रीकी देशों में देखा गया है, जिनमें महाद्वीप का मध्य भाग इसका हॉटस्पॉट रहा है। अफ्रीका में इस साल इस वायरस से लगभग 14 हजार मामले दर्ज किए गए हैं और वहीं इसकी वजह से लगभग 500 से अधिक की मौत हुई हैं।
क्या है MPox?
MPox एक दुर्लभ बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होता है। यह चेचक फैमिली से संबंधित होता है। बता दें कि मनुष्य में फैलने के पीछे इसकी सबसे बड़ी वजह है कि यह एक जूनोटिक बीमारी है, जो अन्य जानवरों से पैदा होकर मनुष्य में फैलती है। MPox वायरस को दो श्रेणी में रखा गया है क्लेड 1(जो अधिक गंभीर है) और दूसरा क्लेड 2
कब हुई एमपॉक्स वायरस की शुरुआत?
पहली बार इसे 1958 में खोजा गया था तब इसका लक्षण सबसे पहले डेनमार्क में रिसर्च के लिए रखे दो बंदरों में चेचक जैसे लक्षण के तौर पर देखे गए थे। बात करें मनुष्य में तो इसका पहला मामला 1970 में कांगो के 9 साल के बच्चे में पाया गया था, तब से लेकर अब तक इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं। सबसे ज्यादा कहर इस वायरस ने 2022 में बरसाया था, जिसमें 116 देश के लगभग 1 लाख लोग प्रभावित हुए थे।
क्या है इसके लक्षण?
वायरस से पीड़ित मरीज में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश जैसे कई लक्षण दिखते हैं। इसके प्रभाव से त्वचा पर लाल चकत्ते हो जाते हैं, जो 2 से 4 सप्ताह तक रहते हैं। हालांकि इससे पीड़ित ज्यादातर लोग पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं लेकिन कई बार इसके भयंकर प्रभाव कई गंभीर बीमारी का रूप भी ले लेती हैं।
बचाव के उपाय
1. निकट संपर्क बनाने से बचें
किसी भी ऐसे व्यक्ति से दूरी बनाएं जो एमपॉक्स से पीड़ित हो। कोशिश करें कि उनके साथ त्वचा से त्वचा संपर्क बनाने से बचें और अपने कपड़े या निजी चीजें को साझा ना करें।
2. प्रोटेक्टिव गियर का यूज करें
अगर आपके घर में इस वायरस का मरीज है तो उसकी देखभाल करते हुए मास्क या दस्ताने जैसे प्रोटेक्टिव गियर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
3. सावधानी बरतें
किसी जगह जहां एमपॉक्स वायरस की सूचना मिली हो वहां से खुद को दूर रखकर वायरस संक्रमित होने से बचने के लिए सावधानी बरतें।
4. खुद को साफ रखें
कोई भी वायरस से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि खुद को और आसपास के जगह को साफ रखना ताकि कोई भी चीज दूषित ना हो पाएं।
5. साबुन से हाथ धोएं
वायरस से बचने के लिए दूषित चीजों से संपर्क में आने के बाद ध्यान से अपने हाथ को साबुन और पानी से धोएं और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।