Why Is pH Balance Of Vagina Important? पीएच किसी पदार्थ की क्षारीयता या अम्लीयता को दर्शाता है। यह स्केल 0 से 14 के बीच होता है। जिसमें 7 से अधिक पीएच माप दर्शाता है कि पदार्थ क्षारीय है और वहीं 7 से कम अम्लीयता को दर्शाता है। शरीर के विभिन्न अंगों का अलग-अलग पीएच वैल्यू होता है। इसी तरह वजाइना का भी अपना पीएच वैल्यू होता है। जिसे बनाए रखना वजाइनल हेल्थ के लिए आवश्यक होता है, क्योंकि इसके संतुलित ना रहने पर कई संक्रमण का खतरा बन सकता है इसलिए ज़रूरी है कि वजाइना का पीएच संतुलन बना रहे।
सामान्य योनि पीएच क्या है?
योनि का पीएच वैल्यू अम्लीय होता है, क्योंकि यह 3.6 से 4.6 तक होता है हालांकि यह महिलाओं के जीवन के विभिन्न चरणों में अलग-अलग होता हैं। जब महिला प्रजनन आयु यानि 15 से 49 वर्ष के बीच रहती है तब योनि का सामान्य पीएच 4.5 से कम होता है लेकिन वहीं जब वो मेनोपॉज के दौरान रहती है तब योनि का पीएच वैल्यू 4.5 से ज़्यादा रहता है।
क्यों है ज़रूरी वजाइना का पीएच संतुलन बनाए रखना?
महिलाओं को अपनी योनि स्वास्थ्य के लिए वजाइना का पीएच संतुलन का सही होना बहुत ज़रूरी है, क्योंकि वजाइना में अच्छे और बुरे दोनों बैक्टीरिया होते हैं और जब वजाइना में बुरे बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं तब योनि में इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है और यह बैक्टीरिया ही योनि के पीएच वैल्यू को एसिडिक बनाते हैं। वहीं जब इसमें बदलाव होता है तो इसमें कई तरह के बैक्टीरिया और फंगल इन्फेक्शन हो जाते हैं। इन सब से बचाव के लिए ज़रूरी है कि वजाइना का पीएच संतुलन सामान्य बना रहे।
कैसे करें वजाइना पीएच वैल्यू को बैलेंस?
- आप वजाइना के पीएच वैल्यू को संतुलन बनाए रखने के लिए टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं, जो कि एक बेहतरीन उपाय है क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं। जो वजाइनल संक्रमण से बचाता है।
- इसके लिए आप अपने डाइट में तरल पदार्थ को शामिल करें। कोशिश करें कि दिन भर में 8 से 10 गिलास पानी पीने की। इस तरह से आप खुद को हाइड्रेट रख वजाइना के पीएच वैल्यू को संतुलित कर सकती है। अपने डाइट में प्रोबायोटिक का सेवन शामिल करें क्योंकि योनि को सुरक्षित रखने के लिए बहुत ज़रूरी होता है। इसके लिए आप दही का इस्तेमाल कर सकती है, जिसमें काफी अच्छी मात्रा में प्रोबायोटिक होता है। इसका सेवन करने से पीएच लेवल संतुलित रहता है।
- व्यायाम करना शरीर के विभिन्न अंगों के लिए लाभदायक होता है। इस तरह योनि के पीएच वैल्यू को सामान्य बनाए रखने के लिए एक्सरसाइज करना बेहद ज़रूरी रहता है, जिससे आप तनाव से मुक्त रहेंगे और पीएच स्तर भी बैलेंस रहेगा।
- धूम्रपान का सेवन करना काफी नुकसानदायक साबित होता है, क्योंकि यह योनि के मिरकोबायोटा को प्रभावित करता है और साथ ही यह योनि से लैक्टोबैसिल्स को कम करता है, इसलिए योनि स्वास्थ्य के लिए धूम्रपान का सेवन करने से बचें।
- अपने अंडरगारमेंट्स की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दें, क्योंकि यह काफी हद तक योनि स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। साथ ही कोशिश करें कि दिन में कम से कम दो बार अपने अंडरगारमेंट्स को चेंज करें।
- कई बार महिलाएं अपने योनि की साफ-सफाई करने के लिए खुशबूदार क्लीनर का इस्तेमाल करती है, जो पीएच स्वास्थ्य को बिगाड़ता है इसलिए ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचें।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।