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Image: (Freepik)
Why Women Should Not Consume Too Much Salt: भारतीय रसोई में नमक की एक अहम भूमिका है। भोजन में जब तक नमक न डले, खाने का स्वाद भी नहीं आता। लेकिन ज्यादा मात्रा में नमक का सेवन कई तरह की बीमारियों और समस्याओं का कारण बन सकता है। और पुरुषों की तुलना में नमक का अधिक सेवन करने से महिलाओं के लिए नुकसानदेह है, इससे कई तरह की समस्याएं होने की संभावना हो सकती है। आज हम आपको बताएंगे महिलाओं को ज्यादा नमक का सेवन क्यों नहीं करना चाहिए
ज्यादा नमक का सेवन करने से बचें महिलाएं
पीरियड्स में ब्लोटिंग
नमक के सेवन से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है और पानी जमा होने लगता है। इससे कि पेट और शरीर के कई अन्य हिस्सों में सूजन और ब्लोटिंग हो जाती है। यह समस्या महावारी के दौरान महिलाओं में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण होती है, जिससे पानी का संतुलन प्रभावित हो सकता है। इसलिए महिलाओं को ज्यादा नमक वाले भोजन से इस समय परहेज करना चाहिए।
ओस्टियोपोरोसिस (हड्डियां होती हैं कमजोर)
महिलाओं में अक्सर हड्डियां कमजोर होने की समस्या पुरुषों के मुक़ाबले ज्यादा देखी जाती है जो उम्र के साथ और बढ़ जाती है। नमक का अत्यधिक सेवन करने से शरीर में मौजूद कैल्शियम यूरिन के जरिए निकलने लगता है, जो हड्डियों को कमजोर बनाता है और osteoporosis की संभावना को बढ़ाता है। Osteoporosis में हड्डियां ब्रेकेबल होने लगती हैं और यह खतरा महिलाओं में मेनोपॉज ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए नमक का सेवन महिलाओं को कम करना चाहिए।
किडनी की समस्याओं का खतरा
नमक का अधिक सेवन किडनी से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है क्योंकि शरीर में जब सोडियम की मात्रा बढ़ती है जिसकी वजह से किडनी सोडियम को शरीर से भार निकालने में असक्षम हो जाती हैं और इससे chronic kidney diseases (CKD) का खतरा भी बढ़ता है। साथ ही नमक का ज्यादा सेवन गुर्दे की पथरी का कारण भी बन सकता है। इसलिए महिलाओं को कम नमक के भोजन का सेवन करना चाहिए।
वॉटर रिटेंशन
शरीर में ज्यादा सोडियम की मात्रा होने से पानी जमा हो जाता है और यह समस्या महिलाओं में काफी आम होती है। वॉटर रिटेंशन के कारण शरीर में जमा हुए पानी से चेहरे, पैरों, हाथों, पेट और मुंह पर सूजन आ जाती है। महिलाओं में इसलिए भी ज्यादा मोटापे की शिकायत रहती है जबकि यह असल में वॉटर रिटेंशन से हुई सूजन हो सकती है। ऐसे में अत्यधिक नाम का सेवन आपकी इस समस्या को और ज्यादा बढ़ा सकता है। साथ ही इसका मेटाबॉलिज्म पर भी नाकारात्मक असर होता है।
उच्च-रक्तचाप
उच्च-रक्तचाप यानी हाइपरटेंशन की समस्या ज्यादा नमक का सेवन करने से बढ़ सकती है। इससे महिलाओं में हृदय-रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। नमक में सोडियम होता है जो शरीर की रक्त वाहिकाओं (blood vessels) को सिकोड़ देता है जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। उच्च-रक्तचाप का खतरा गर्भवती महिलाओं में ज्यादा होता है जोकि मां और होने वाले बच्चे दोनों पर बेहद नकारात्मक असर डालता है। इसलिए महिलाओं को कम नमक का सेवन करना चाहिए।
पीरियड्स के दौरान दर्द, ऐंठन और तनाव
पीरियड्स में महिलाओं को क्रैंप्स और तनाव का होना काफी आम है। लेकिन इस दौरान अत्यधिक नमक का सेवन करने से यह समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। नमक के ज्यादा सेवन से शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिससे महिलाओं की मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है, जो दर्द और तनाव का कारण बनती है। साथ ही इससे चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग भी बढ़ते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।