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World Menopause Day 2023: मेनोपॉज के इन 10 लक्षणों को न करें इग्नोर

महिलाओं में 40 वर्ष से 52 वर्ष की उम्र के बीच कभी भी मेनोपॉज आ सकता है। दरअसल  जब महिलाओं में 10 महीने या उससे अधिक समय तक पीरियड्स नहीं आते हैं तो उसे मेनोपॉज कहा जाता है। अधिक पढ़ें इस ब्लॉग में-

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Priya Singh
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World Menopause Day 2023(Freepik)

World Menopause Day 2023 (Image Credit - Freepik)

Do Not Ignore These 10 Symptoms Of Menopause: महिलाओं में 40 वर्ष से 52 वर्ष की उम्र के बीच कभी भी मेनोपॉज आ सकता है। दरअसल  जब महिलाओं में 10 महीने या उससे अधिक समय तक पीरियड्स नहीं आते हैं तो उसे मेनोपॉज कहा जाता है। यह एक नेचुरल प्रक्रिया है जो उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं को प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है। इस दौरान महिलाओं में कई तरह की समस्याएं भी होती हैं। जिसके बचाव और जानकारी के लिए हर वर्ष 18 अक्टूबर को वर्ड मेनोपॉज डे या विश्व रजोनिवृत्ति दिवस मनाया जाता है। इस दिन महिलाओं को मेनोपॉज से जुडी जानकारियों से अवगत कराया जाता है। ताकि वे मेनोपोज के दौरान अपने शरीर का बेहतर तरीके से ख्याल रख सकें और उससे होने वाली प्रॉब्लम से खुद को बाहर निकाल सकें। तो आइये जानते हैं मेनोपॉज के वो 10 लक्षण जिन्हें इग्नोर नहीं करना चाहिए। 

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World Menopause Day 2023: मेनोपॉज के इन 10 लक्षणों को न करें इग्नोर

महिलाओं को अक्सर मेनोपॉज दौरान कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है और शरीर में कई बदलावों का अनुभव भी होता है। जिसमें से कुछ समस्याएं आम समस्याओं जैसी होती हैं लेकिन लगातार हो रही इन समस्याओं को इग्नोर नहीं करना चाहिए। आइये जानते हैं वो समस्याएं कौन सी हैं-

  1. अनियमित मासिक धर्म: मासिक धर्म चक्र पूरी तरह से रुकने से पहले अनियमित हो जाता है।
  2. हॉट फ्लाशेज: गर्मी की अचानक अनुभूति, अक्सर पसीने और तेज़ दिल की धड़कन के साथ।
  3. रात को पसीना आना: नींद के दौरान होने वाली हॉट फ्लाशेज, जिससे अत्यधिक पसीना आता है और नींद के पैटर्न में खलल पड़ता है।
  4. मूड में बदलाव: हार्मोन में उतार-चढ़ाव से मूड में बदलाव हो सकता है। जिसमें चिड़चिड़ापन, चिंता और उदासी की भावनाएं शामिल हैं।
  5. वजाइना ड्राईनेस: एस्ट्रोजन का स्तर कम होने से सेक्स के दौरान वजाइना ड्राईनेस, खुजली और असुविधा हो सकती है।
  6. नींद की समस्याएँ: अनिद्रा, सोने में कठिनाई या सोते रहने में कठिनाई, और समग्र रूप से बाधित नींद पैटर्न।
  7. थकान: रजोनिवृत्ति के दौरान थकान और कम ऊर्जा की भावना आम है।
  8. वजन बढ़ना: मेटाबॉलिज्म में बदलाव और हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण वजन बढ़ सकता है, खासकर पेट के आसपास।
  9. याददाश्त और एकाग्रता संबंधी समस्याएं: कुछ महिलाओं को रजोनिवृत्ति के दौरान याददाश्त, फोकस और एकाग्रता में कठिनाइयों का अनुभव होता है।
  10. कामेच्छा में परिवर्तन: कुछ महिलाओं को हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण यौन इच्छा में कमी या यौन प्रतिक्रिया में बदलाव का अनुभव होता है।
मेनोपॉज World Menopause Day 2023 विश्व रजोनिवृत्ति दिवस वर्ड मेनोपॉज डे
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