Vaginal pH को प्राकृतिक रूप से संतुलित कैसे रखें?

वजाइना का pH बैलेंस होना महिलाओं के ओवरऑल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी होता है। लेकिन कई बार यह pH बिगड़ जाता है, जिस वजह से इन्फेक्शन, गंध, खुजली और जलन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं और इनसे बचने के लिए आपको कुछ जरूरी बातों पर ध्यान जरूर देना चाहिए।

author-image
Kirti Sirohi
New Update
Vaginal pH Balance

Image: (Freepik)

How To Keep Vaginal pH Balanced Naturally? महिलाओं की बॉडी का सबसे जरूरी और संवेदनशील अंग होता है वजाइना। वजाइना का सामान्य pH लेवल 3.8 से 4.5 के बीच में हो तो यह बेहतर माना जाता है जो कि हल्का एसिडिक होता है जो वजाइना को प्राकृतिक रूप से आसपास बैक्टीरिया या फंगस से बचाव करने में मदद करता है। वहीं हमारी थोड़ी लापरवाही, गलत खान-पान या केमिकल युक्त चीजों का इस्तेमाल करने की वजह से यह संतुलन बिगड़ सकता है जिसकी वजह से इन्फेक्शन, खुजली, जलन और दुर्गंध जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। लेकिन कुछ आसान उपायों और बदलावों से आप अपनी योनि के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रख सकती हैं।

Advertisment

वजाइनल pH को बैलेंस कैसे करें?

सादा पानी का इस्तेमाल करें

कई महिलाओं को लगता है कि बाजार में उपलब्ध महंगे या खुशबू वाले प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से वजाइना ज्यादा साफ रह सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। वजाइना एक सेल्फ क्लिनिंग बॉडी पार्ट है और इसमें ऐसे केमिकल्स पहले से ही होते हैं जो खुद को साफ करने में मदद करते हैं। लेकिन जब आप किसी साबुन या इंटीमेट वॉश का इस्तेमाल करती हैं तो यह वजाइना के उन नेचुरल क्लीनर्स को भी खत्म करता है। इसलिए हमेशा नॉर्मल या गुनगुने पानी से वजाइना को साफ करना ही सबसे अच्छा होता है। ज़्यादा सफाई करने की कोशिश में योनि का नेचुरल pH स्तर बिगड़ सकता है। इसलिए सिर्फ बाहरी हिस्से को ही हल्के हाथों से पानी से धोएं।

Advertisment

सेंट्स या सख्त साबुन से करें परहेज़

खुशबू वाले या केमिकल युक्त साबुन, बॉडी वॉश या इंटिमेट वॉश का इस्तेमाल करने से भी वजाइना की प्राकृतिक नमी और पीएच को बिगाड़ जाते हैं। क्योंकि ज्यादातर साबुन का pH 8 से 10 के बीच में होता है जो कि बेसिक या एल्कलाइन होते हैं। वहीं वजाइना का pH लेवल उसे एसिडिक बनाता है। इसलिए जब वजाइना पर साबुन का इस्तेमाल किया जाता ही तो यह जलन, खुजली और संक्रमण की संभावना को बढ़ाता है। इसलिए अगर आप चाहती भी हैं तो हल्के और बिना खुशबू वाले इंटीमेट वॉश का चुनाव करें और वरना केवल पानी से ही सफाई की जाए तो बेहतर रहता है।

कॉटन अंडरवियर पहनें

Advertisment

सही इनरवियर भी वजाइना के स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। और इसके लिए सबसे अच्छी होती हैं कॉटन अंडरवियर, जो न केवल योनि को सांस लेने देता है बल्कि गर्मियों में पसीने और नमी को सोखकर बैक्टीरिया के बढ़ने को भी रोकता है। वहीं सिंथेटिक कपड़े पसीने और मॉइश्चर को बढ़ाते रखते हैं, जिससे यीस्ट इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हमेशा नरम, साफ और सूती अंडरवियर का ही चुनाव करें।

प्रोबायोटिक्स युक्त भोजन करें

प्रोबायोटिक्स यानि गुड बैक्टीरिया आपके डाइजेशन के साथ-साथ वजाइना के pH संतुलन में भी मदद करते हैं। और प्रोबायोटिक्स का सबसे अच्छा स्त्रोत दही, छाछ, किमची, कांजी जैसे फर्मेंटेड फूड होते हैं। ये वजाइना में एसिडिक वातावरण बनाए रखने में मदद करते हैं जिससे हानिकारक बैक्टीरिया नहीं बढ़ता है और pH लेवल भी संतुलित रहता है।

Advertisment

लहसुन का सेवन करें

लहसुन नेचुरल एंटीबायोटिक और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है और इसकी एक-दो कच्ची काली रोजाना खाने से शरीर में बैक्टीरिया का बैलेंस बना रहता है और इन्फेक्शन की संभावना भी कम होती है। इसका वजाइनल हैल्थ पर भी सकारात्मक रूप से प्रभाव पड़ता है जिससे पीएच स्तर संतुलित रहता है।

बॉडी को हाइड्रेट रखें

Advertisment

शरीर में पानी की कमी होने से वेजाइना में सूखापन होता है और इस वजह से भी pH लेवल असंतुलित हो सकता है। इसलिए महिलाओं को गर्मियों में खासकर नियमित रूप से साफ पानी, नींबू पानी, नारियल पानी पीना चाहिए और फल जैसे कि खीरे, तरबूज, खरबूजा आदि का सेवन भी करना चाहिए। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और वजाइना में मॉइश्चर बनाए रखता है जिससे इंफेक्शन से बचा जा सकता हैं और pH भी प्राकृतिक रूप से बैलेंस रहता है।

एप्पल साइडर विनेगर 

सेब का सिरका शरीर के इंटरनल सिस्टम में बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है और वेजाइना को भी स्वस्थ बनाने में मदद करता है। अगर आपको वजाइना में खुजली, दुर्गंध जैसी समस्याएं होती हैं तो आप गुनगुने पानी में सेब का सिरका मिलाकर पी सकती हैं। इससे शरीर का एसिड-बेस बैलेंस सुधरता है जो वजाइना के पीएच स्तर को भी संतुलित रखता है। लेकिन सब के सिरके को कभी भी खाली पेट और सीमित मात्र से ज्यादा न पीएं क्योंकि इससे पाचन में दिक्कत और उल्टी और दांतों की समस्या भी हो सकती है।

Advertisment

हाइजीन मेंटेन करें

पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखना महिलाओं के लिए बेहद जरूरी होता है क्योंकि महिलाओं को पीरियड्स, प्रेग्नेंसी में कई तरह की दिक्कतों से गुजरना होता है। इसलिए उन्हें अपने वजाइनल एरिया की सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए। गंदे कपड़े पहनना, अंडरवियर नहीं बदलना या पीरियड्स में स्वच्छता न बरतना वजाइना के इन्फेक्शन और खराब pH की समस्या का कारण बन सकता है। इसलिए रोजाना साफ अंडरवियर पहनें, पीरियड्स में पैड या कप को समय पर बदलें और टॉयलेट के बाद हमेशा आगे से पीछे की ओर ही वजाइना को साफ करें।

pH Balance Vaginal