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Tips to stay healthy with confidence: सेक्सुअल हेल्थ एक ऐसा विषय जिसे लेकर हम अक्सर या तो चुप रहते हैं या मज़ाक में टाल देते हैं। लेकिन सच ये है कि शारीरिक और मानसिक सेहत जितनी ज़रूरी है, उतनी ही ज़रूरी है आपकी Sexual Health भी। और सबसे ज़रूरी बात इसमें शर्माने या झिझकने की कोई ज़रूरत नहीं। आज की Lifestyle में जब स्ट्रेस, अनहेल्दी खाना और गड़बड़ स्लीप साइकिल आम हो गई है, तो सेक्सुअल हेल्थ पर भी असर पड़ना स्वाभाविक है। ऐसे में इसे लेकर सजग रहना, जानकारी रखना और आत्मविश्वास के साथ अपनी सेहत का ख्याल रखना बेहद ज़रूरी हो जाता है।
आत्मविश्वास के साथ सेहतमंद रहने के टिप्स
अपने शरीर को समझिए, उसे अपनाइए
सेक्सुअल हेल्थ की शुरुआत वहीं से होती है जहां आप अपने शरीर से प्यार करना शुरू करते हैं। अपने शरीर की ज़रूरतों, सीमाओं और संवेदनाओं को समझें। खुद से जुड़िए ताकि किसी और से जुड़ने का अनुभव और बेहतर हो सके।
साफ-सफाई में लापरवाही नहीं
इंटिमेट हाइजीन बेहद ज़रूरी है चाहे महिला हो या पुरुष। प्राइवेट पार्ट्स को रोज़ साफ़ रखें, सैंटर्ड प्रोडक्ट्स से बचें और कॉटन अंडरवियर पहनें। यूटीआई (Urinary Tract Infection) से बचाव के लिए पेशाब के बाद खुद को अच्छी तरह धोएं और पोंछें।
सुरक्षा ही समझदारी है
सुरक्षित संबंध बनाना न सिर्फ अनचाही प्रेग्नेंसी से बचाता है, बल्कि STI (Sexually Transmitted Infections) और HIV जैसी बीमारियों से भी। कंडोम का इस्तेमाल करें और पार्टनर के साथ इस पर खुलकर बात करना सीखें।
शरीर नहीं, मन भी शामिल है
सेक्सुअल हेल्थ का ताल्लुक सिर्फ शरीर से नहीं, बल्कि मानसिक स्थिति से भी होता है। अगर आप स्ट्रेस में हैं, दुखी हैं या असहज महसूस कर रहे हैं तो उसका असर आपकी सेक्स लाइफ पर ज़रूर पड़ेगा। इसलिए मानसिक शांति और रिलैक्सेशन भी उतना ही ज़रूरी है।
रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाएं
जननांगों से जुड़ी हेल्थ को नज़रअंदाज़ न करें। महिला हों तो साल में एक बार पेल्विक एग्ज़ाम और पैप स्मीयर टेस्ट करवाएं। पुरुष भी रेगुलर चेकअप के ज़रिए प्रोस्टेट या अन्य इंफेक्शन्स को समय पर पकड़ सकते हैं।
कम्युनिकेशन है की-टू-हेल्दी रिलेशनशिप
अपने पार्टनर से अपनी जरूरतों, पसंद-नापसंद और सीमाओं पर बात करना बेहद ज़रूरी है। ओपन कम्युनिकेशन से न सिर्फ रिश्ते मज़बूत होते हैं, बल्कि आप दोनों की सेक्सुअल हेल्थ भी बेहतर रहती है।
खुद को दोषी या शर्मिंदा महसूस न करें
सेक्स, डिज़ायर या फैंटेसीज़ ये सभी नेचुरल हैं। खुद को जज करने के बजाय, समझने की कोशिश करें। अगर किसी बात को लेकर डर या अपराधबोध महसूस हो रहा है, तो किसी प्रोफेशनल से बात करने में हिचकिचाइए नहीं।
सेक्सुअल हेल्थ का मतलब सिर्फ Sex नहीं होता, बल्कि खुद से जुड़े हर उस पहलू को समझना और संवारना होता है जो आपके शरीर, मन और आत्मा को संतुलित बनाता है।