हम अक्सर औरतों के बारे में यह कथन सुनते हैं कि 'औरत ही औरत की दुश्मन है'। क्या आज तक किसी मर्द ने दूसरे मर्द को नापसंद नहीं किया या कोई एक मर्द दूसरे मर्द के खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला?
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