पेरेंटिंग: पेरेंट्स बच्चों के सामने हर तरह की बातें करने लगते हैं बिना किसी तरह का सोच विचार किए कि इससे बच्चों के दिमाग पर क्या असर पड़ेगा। ध्यान रखना चाहिए कि हम उनसे जो बातें करें उससे बच्चे कोई भी दबाव या तकलीफ न महसूस करें। अधिक पढ़ें इस ब्लॉग में -
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