समाज में पीरियड्स को लेकर आज भी कई गलत धारणाएं बनी हुई हैं, जो महिलाओं के आत्मविश्वास और स्वतंत्रता को प्रभावित करती हैं। क्या वाकई यह सिर्फ एक शारीरिक प्रक्रिया है, या समाज ने इसे एक रुकावट बना दिया है?
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे