इसके अलावा महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान परिपार्टम कार्डियोमायोपैथी जैसी समस्याएं भी हार्ट फेलियर के रिस्क को बढ़ाती हैं साथ ही तनाव, डिप्रेशन, चिंता करना भी हार्ट फैलियर के मामलों की बढ़ोतरी होने का कारण बनता है।
इस लेख को साझा करें
यदि आपको यह लेख पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।वे आपको बाद में धन्यवाद देंगे